बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के प्रमुख चिड़ियाघरों में शुमार कानन पेंडारी में रहने वाला सफेद शेर ‘आकाश’ अब इस दुनिया में नहीं रहा। सोमवार सुबह उसकी असमय मौत हो गई। प्रारंभिक जांच में कार्डियक अरेस्ट को मृत्यु का कारण बताया गया है। इस घटना से न केवल चिड़ियाघर प्रशासन, बल्कि वन्य प्रेमियों और दर्शकों में भी शोक की लहर दौड़ गई है।
सफाई के दौरान नहीं मिली हलचल
रोजाना की तरह जब कर्मचारी आकाश के पिंजरे की सफाई करने पहुंचे और उस पर पानी डाला, तो उसमें कोई हलचल नहीं दिखी। तुरंत अधिकारियों को सूचित किया गया। मौके पर पहुंचे वन्य प्राणी चिकित्सक डॉ. पी.के. चंदन ने जांच के बाद उसे मृत घोषित किया।
इसके बाद पोस्टमार्टम कराया गया, जिसमें कार्डियक अरेस्ट को उसकी मौत की स्पष्ट वजह बताया गया। बाद में चिड़ियाघर प्रशासन द्वारा आकाश का विधिवत अंतिम संस्कार भी किया गया।
शेरों की संख्या एक बार फिर घटकर तीन
हाल ही में ग्वालियर से एक सफेद शेर को कानन पेंडारी लाया गया था, जिससे चिड़ियाघर में शेरों की संख्या बढ़कर चार हो गई थी। लेकिन अब आकाश की मौत के बाद यह संख्या फिर से तीन रह गई है। आकाश लंबे समय से दर्शकों और बच्चों की विशेष आकर्षण का केंद्र रहा था।
कानन पेंडारी: विविध वन्यजीवों का बसेरा
कानन पेंडारी चिड़ियाघर करीब 114.636 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है, जहां लगभग 70 प्रजातियों के वन्य जीव रहते हैं। इनमें शामिल हैं:
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सफेद बाघ
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रॉयल बंगाल टाइगर
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शेर
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तेंदुआ
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दरियाई घोड़ा
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गैंडा
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भालू
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हिरण
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इमू
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विभिन्न प्रकार के पक्षी, मछलियाँ और सर्प