गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सर्प दंश से सगे भाई-बहन की मौत होने से गांव में मातम छा गया है. यह घटना अमलीपदर थाना क्षेत्र के ग्राम धनोरा की है. बता दें कि बरसात के दिनों में सर्प दंश के मामले बढ़ जाते हैं. पिछले एक माह में सर्पदंश के 13 मामले आ चुके हैं. इनमें तीन की मौत हो चुकी है.
मिली जानकारी के मुताबिक, बीती रात आदिवासी परिवार में मां बाप के साथ उनके पांचों संतान एक साथ सोए हुए थे. रात लगभग 12 बजे 16 साल की बेटी कस्तूरी को सांप काटने का अहसास होते ही वह नींद से जाग गई, तब तक 10 वर्षीय बेटा शेष कुमार सर्प दंश से अंजान था. रात को ही पिता खोवेंद्र ने सांप को ढूंढ कर मार दिया.
ढाई बजे रात को जब दोनों बच्चो ने उल्टी करना शुरू किया तो परिजन के होश उड़ गए. परिजनों ने अपने साधन से जब तक देवभोग अस्पताल पंहुचा, दोनों मासूमों की मौत हो गई थी. वहीं देवभोग में रहने वाले एक युवक बबलू भी सर्प दंश का शिकार हुआ है. गंभीर हालत में उन्हें डॉक्टर ने हायर सेंटर रेफर कर दिया है.
बीएमओ डॉक्टर प्रकाश साहुू ने बताया कि बेटी के कमर में सांप काटने के निशान हैं. बेटे का निशान पीएम के समय पता चलेगा. पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पीएम के लिए भेज दिया है. घटना के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर है. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है.
पिछले एक माह में सर्प दंश के देवभोग अस्पताल में उपचार के लिए 13 मामले आ चुके हैं, जिसमें 9 मामले जहरीले सांप के काटने के मरीज थे. इनमें से 3 लोगों को मौत हो गई है.