64 कैडेटों का थलसेना शिविर-वन के लिए चयन | ब्रिगेडियर डी.के. पात्रा का प्रेरक उद्बोधन | रक्तदान कर कैडेटों ने दिखाई समाज सेवा की भावना
बोरई/दुर्ग।
37 छत्तीसगढ़ बटालियन एनसीसी, दुर्ग द्वारा संचालित दस दिवसीय वार्षिक प्रशिक्षण शिविर-133 के छठवें और सातवें दिन की गतिविधियाँ अनुशासन, जोश और प्रेरणादायक अनुभवों से भरी रहीं। शिविर का संचालन कैम्प कमांडेंट कर्नल प्रेमजीत, डिप्टी कमांडेंट स्क्वाड्रन लीडर एम. जर्रार और सूबेदार मेजर थानेश्वर गुरुंग के नेतृत्व में प्रभावी ढंग से किया गया।

थलसेना शिविर-वन के लिए चयन और परीक्षा
शिविर के दौरान थल सैनिक शिविर हेतु कुल 64 कैडेटों का चयन किया गया। चयनित कैडेटों की लिखित परीक्षा का आयोजन सूबेदार एस.आर. कुजूर और हवलदार राबिन पौडेल द्वारा कराया गया। यह चयन कैडेटों के भविष्य की सैन्य सेवाओं में एक सशक्त कदम माना जा रहा है।

ब्रिगेडियर डी.के. पात्रा का शिविर भ्रमण और प्रेरणादायक संवाद
रायपुर ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर डी.के. पात्रा ने शिविर का निरीक्षण किया। उनके आगमन पर कैम्प सीनियर एसयूओ सत्यम के नेतृत्व में आठ कैडेटों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रस्तुत किया, जिसकी प्रशिक्षण व्यवस्था सीएचएम अमृत थापा द्वारा की गई थी।

ब्रिगेडियर पात्रा ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा, “हर व्यक्ति को अपने जीवन में कम से कम एक ऐसा शौक रखना चाहिए जो केवल उसका अपना हो।” उन्होंने ‘WHY’ शब्द को जादुई मंत्र बताते हुए कहा कि हर कार्य से पहले स्वयं से यह प्रश्न पूछने की आदत डालें — इससे सोचने और समझने की शक्ति विकसित होगी। उन्होंने कैडेटों को हिन्दी, अंग्रेज़ी, मातृभाषा के साथ एक और भाषा सीखने की सलाह दी, जिससे वैश्विक स्तर पर संवाद में मदद मिलेगी।

उन्होंने जीवन में हार्डवर्क और एक्स्ट्रा वर्क को सफलता का आधार बताते हुए कहा कि कोई भी असफलता अंतिम नहीं होती और कोई भी सफलता स्थायी नहीं होती। साथ ही, महान व्यक्तित्वों की जीवनी पढ़ने और कम्युनिकेशन स्किल को सुधारने की प्रेरणा दी।

ब्रिगेडियर पात्रा ने शिविर स्थल का दौरा करने के बाद कैम्प कमांडेंट कर्नल प्रेमजीत, डिप्टी कमांडेंट एम. जर्रार और पीएम श्री नवोदय विद्यालय, बोरई के प्राचार्य श्री शंकर प्रसाद को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया। टी-पार्टी के दौरान उन्होंने एनसीसी अधिकारियों, पीआई स्टाफ और सिविल स्टाफ से सौहार्दपूर्ण मुलाकात की।

रक्तदान कर निभाई सामाजिक जिम्मेदारी
विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर कैडेटों ने जिला चिकित्सालय के ब्लड बैंक में 30 से अधिक यूनिट रक्तदान कर समाज सेवा की अनूठी मिसाल पेश की। इस पुण्य कार्य में एएनओ और पीआई स्टाफ ने भी भागीदारी निभाई।

प्रशिक्षण व प्रतियोगिताओं में सक्रिय सहभागिता
शिविर की विभिन्न प्रतियोगिताओं और प्रशिक्षण सत्रों के संचालन में कैम्प एडजुटेंट कैप्टन सी. के. साहू, एएनओ संतोष मिश्रा, संतोष यादव, चीफ अफसर ए. के. सिंह, थर्ड अफसर सरस्वती बंजारे, सूबेदार विकास खत्री, बीएचएम दीपक महत, नायक डराडे संतोष, नायक टुक लाल समेत 12 एएनओ और पीआई स्टाफ ने सराहनीय योगदान दिया।

— मीडिया प्रभारी ले. डॉ. हरीश कुमार कश्यप द्वारा प्रदत्त जानकारी