न्यूयॉर्क। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर अमेरिका ने बड़ा बयान दिया है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने स्पष्ट किया कि अमेरिका इस क्षेत्रीय संघर्ष में शामिल नहीं होगा। उन्होंने कहा, “यह युद्ध हमारा नहीं है, और हम इसमें हस्तक्षेप नहीं करेंगे।”
गुरुवार (स्थानीय समय) को एक साक्षात्कार में वेंस ने चिंता जताई कि दो परमाणु शक्तियों के बीच टकराव विनाशकारी हो सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान को तनाव कम करने के लिए प्रोत्साहित जरूर करेगा, लेकिन सीधे युद्ध में शामिल नहीं होगा। उनका मानना है कि अमेरिका की भूमिका शांति और कूटनीति को बढ़ावा देने तक सीमित रहनी चाहिए।
वेंस ने यह भी कहा कि भारत को पाकिस्तान से कुछ शिकायतें हैं और पाकिस्तान ने उसका जवाब दिया है। ऐसे में दोनों देशों को बातचीत और संयम का रास्ता अपनाना चाहिए। उन्होंने दोहराया कि अमेरिका किसी भी देश को हथियार डालने का आदेश नहीं दे सकता। “हम केवल कूटनीतिक चैनलों के ज़रिए समाधान की कोशिश कर सकते हैं,” वेंस ने कहा।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी दोनों देशों के बीच तनाव कम करने में मदद की पेशकश की है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी कोई भूमिका हो सकती है तो वे तैयार हैं। ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान से अपील की कि वे एक-दूसरे पर हमला करना बंद करें और संयम दिखाएं।
अमेरिका का यह रुख साफ करता है कि वह भारत-पाक तनाव में मध्यस्थ नहीं बनना चाहता, लेकिन क्षेत्र में शांति बनाए रखने के पक्ष में जरूर है।