इंटरनेशनल न्यूज: भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण हालात के बीच रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम पर हुए ड्रोन अटैक ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। यह घटना उस वक्त हुई जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान और POK में 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर बड़ी कार्रवाई की। इसके बाद रावलपिंडी सहित कई शहरों में सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा।
ड्रोन अटैक का सबसे बड़ा असर रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम पर पड़ा, जहां पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) का मुकाबला होना था। हमले में स्टेडियम को खासा नुकसान पहुंचा, जिससे मैच के आयोजन पर संकट खड़ा हो गया है। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि वे हालात पर जल्द काबू पाने की कोशिश में जुटे हैं।
इस हमले के बाद पाकिस्तान में दहशत का माहौल है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने तुरंत इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। वहीं, सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल उठने लगे हैं कि इतनी बड़ी चूक कैसे हुई। पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने भारत के 15 शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय सेना ने इन प्रयासों को नाकाम कर दिया।
रावलपिंडी स्टेडियम ड्रोन अटैक भारत-पाक के बीच तनाव के बढ़ते स्तर को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति अगर नहीं संभाली गई तो दोनों देशों के बीच हालात और बिगड़ सकते हैं।
इस घटना ने साफ कर दिया है कि सीमा पार से होने वाले हमलों और जवाबी कार्रवाइयों से अब आम जनता और खेल जैसे शांति के मंच भी सुरक्षित नहीं रह गए हैं।