रायपुर/जांजगीर। सुशासन तिहार 2025 के तहत “संवाद से समाधान” की भावना के साथ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जांजगीर जिले का आकस्मिक दौरा करते हुए 142 वर्षों बाद एक ऐतिहासिक सौगात दी। मुख्यमंत्री ने सोमवार को 4.21 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नवीन तहसील कार्यालय भवन का लोकार्पण किया।
यह भवन 1883 में बने पुराने तहसील भवन की जगह पर तैयार किया गया है, जिसे अब इतिहास के पन्नों में दर्ज कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नया भवन जनसुविधा और सेवा पहुंच की दिशा में राज्य सरकार की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
54 गांवों और 24 पटवारी हल्कों को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह सर्वसुविधायुक्त भवन 54 गांवों और 24 पटवारी हल्कों के नागरिकों को राजस्व से जुड़ी सभी सेवाएं एक ही परिसर में उपलब्ध कराएगा। यह पहल लोगों के समय, संसाधन और श्रम की बचत करेगी।
न्यायिक और प्रशासनिक सेवाओं की पूरी व्यवस्था
नवीन तहसील भवन में निम्नलिखित प्रमुख व्यवस्थाएं की गई हैं:
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लोक सेवा केंद्र: जाति, निवास, आय प्रमाण पत्र जैसी सेवाएं
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आवक-जावक शाखा: दस्तावेजों का प्रभावी प्रबंधन
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नजीर शाखा: न्यायालयीन दस्तावेजों का संधारण
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निर्वाचन शाखा: निर्वाचन संबंधी कार्य
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कानूनगो शाखा: भूमि व राजस्व अभिलेख
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मालजमादार कक्ष: राजस्व वसूली और आर्थिक प्रबंधन
इसके अलावा, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित अन्य अधिकारियों के लिए अलग-अलग कक्ष बनाए गए हैं, जिससे प्रशासनिक और न्यायिक कार्यों का सुचारू संचालन संभव हो सके।
विशिष्ट जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस ऐतिहासिक अवसर पर वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी, सांसद कमलेश जांगड़े, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष नारायण चंदेल, विधायक व्यास कश्यप, खनिज विकास निगम अध्यक्ष सौरभ सिंह, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, और सचिव पी. दयानंद समेत प्रशासनिक अधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।