नई दिल्ली। दक्षिण कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की रणनीति अपनाते हुए देशभर में नागरिक सुरक्षा (सिविल डिफेंस) को लेकर सक्रियता बढ़ा दी है। इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्रालय (MHA) ने सभी राज्यों को 7 मई को मॉक ड्रिल आयोजित करने का निर्देश दिया है, ताकि किसी आपात स्थिति में आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
मॉक ड्रिल के प्रमुख बिंदु:
सरकारी सूत्रों के अनुसार, 7 मई को होने वाली मॉक ड्रिल में निम्नलिखित गतिविधियां की जाएंगी:
🔺 हवाई हमले की चेतावनी: एयर रेड सायरन बजाकर आपातकालीन स्थिति का अभ्यास
🔺 ब्लैकआउट अभ्यास: जरूरत पड़ने पर बिजली बंद कर अंधकार किया जाएगा
🔺 निकासी योजना: जनता को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने की रणनीति का परीक्षण
🔺 महत्वपूर्ण परिसंपत्तियों की सुरक्षा: कारखानों और ठिकानों को छिपाने की व्यवस्था
🔺 जनता का प्रशिक्षण: नागरिकों व छात्रों को आत्म-सुरक्षा के उपाय सिखाए जाएंगे
फिरोजपुर में पहले ही हो चुका है ट्रायल
7 मई की राष्ट्रीय मॉक ड्रिल से पहले फिरोजपुर छावनी में रविवार को 30 मिनट का ब्लैकआउट किया गया। रात 9 से 9:30 बजे तक सभी लाइटें बंद कर दी गईं। पुलिस और प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। चौराहों पर निगरानी बढ़ाई गई और वाहनों की लाइटें भी बंद करवाई गईं।
पहलगाम हमला: भारत-पाक संबंध फिर तनाव में
गौरतलब है कि हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की निर्मम हत्या के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्ते और भी अधिक तनावपूर्ण हो गए हैं। इनमें से ज्यादातर पर्यटक थे। इसके बाद भारत सरकार ने सिंधु जल संधि को निलंबित, पाकिस्तानी उच्चायोग कर्मचारियों की संख्या घटाना, अटारी बॉर्डर बंद करना, और डाक सेवाएं रोकने जैसे अहम कदम उठाए हैं।