छत्तीसगढ़ के जशपुर में हाथी का हमला एक बार फिर जानलेवा साबित हुआ। जिले के पत्थलगांव क्षेत्र स्थित भेलवा कोचनीडीह गांव में शुक्रवार देर रात एक 76 वर्षीय बुजुर्ग, गणेश भोय तमता की हाथी के हमले से मौत हो गई। बताया गया कि वे झोपड़ी में सो रहे थे, तभी हाथी ने हमला कर दिया।
इस क्षेत्र में हाथियों की लगातार गतिविधि को लेकर वन विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी की थी। ग्रामीणों से कहा गया था कि वे जंगल से सटे इलाकों से हटकर सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। इसके बावजूद कुछ लोग अपने घरों में ही रुके रहे, जिससे यह दर्दनाक हादसा हुआ।
घटना के बाद क्षेत्र में डर और चिंता का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से हाथियों की निगरानी बढ़ाने और सुरक्षित पुनर्वास की मांग की है। वन विभाग ने मृतक के परिजनों को अनुग्रह सहायता देने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जशपुर में हाथी का हमला अब आम हो चला है। जंगलों में भोजन और पानी की कमी के कारण हाथी आबादी वाले इलाकों की ओर आ रहे हैं। इससे मानव-हाथी संघर्ष दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है।
यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि वन विभाग की चेतावनी के बावजूद जोखिम बना हुआ है। ज़रूरत है कि राज्य सरकार और प्रशासन इस संकट का दीर्घकालिक समाधान निकालें, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाएं दोहराई न जाएं।