बीजापुर। छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर स्थित नक्सल प्रभावित कर्रेगुट्टा पहाड़ियों पर सुरक्षा बलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। लगातार 9 दिनों से चल रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान जवानों ने कर्रेगुट्टा की चोटी पर भारत का तिरंगा फहराकर इलाके पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है। यह क्षेत्र लंबे समय से नक्सलियों का मजबूत गढ़ माना जाता रहा है।
20,000 जवानों की भागीदारी, हेलिकॉप्टर से उतारे गए 500 कमांडो
जानकारी के अनुसार, इस अभूतपूर्व ऑपरेशन में करीब 20,000 सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। कर्रेगुट्टा की दुर्गम पहाड़ियों और भीषण गर्मी (45 डिग्री तक तापमान) के बावजूद हेलिकॉप्टर की मदद से लगभग 500 जवानों को पहाड़ी पर सीधे उतारा गया, जिन्होंने रणनीतिक रूप से इलाके को चारों ओर से घेरकर यह कार्रवाई की।
वायरल हुई तस्वीर: तिरंगे के साथ भारतीय जवान
हालांकि अभी तक किसी सुरक्षा एजेंसी ने कर्रेगुट्टा पर कब्जे की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है, लेकिन सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें जवान राष्ट्रीय ध्वज के साथ पहाड़ी पर खड़े दिखाई दे रहे हैं। यह तस्वीर इस ऑपरेशन की सफलता का प्रतीक मानी जा रही है।
तीन महिला नक्सली ढेर, कई भागने पर मजबूर
सूत्रों के मुताबिक, इस ऑपरेशन में तीन महिला नक्सलियों को मार गिराया गया, जबकि कई अन्य को इलाके से खदेड़ दिया गया। बताया जा रहा है कि इस क्षेत्र में कई वांछित नक्सली कमांडर भी छिपे हो सकते हैं, जिनकी तलाश अभी जारी है।
दो जवान घायल, डिहाइड्रेशन से कई बीमार
इस अत्यंत चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन के दौरान आईईडी ब्लास्ट में दो जवान घायल हो गए हैं। वहीं, अत्यधिक गर्मी और कठिन भौगोलिक स्थितियों के चलते कई जवानों को डिहाइड्रेशन की समस्या का भी सामना करना पड़ा।