आईपीएल 2025 में क्रिकेट प्रेमियों को उस वक्त चौंकाने वाला लम्हा देखने को मिला, जब महज 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए 38 गेंदों में शतक जड़ दिया। गुजरात टाइटंस के खिलाफ उनकी 101 रनों की पारी ने उन्हें IPL के इतिहास का सबसे युवा शतकवीर और सबसे तेज शतक लगाने वाला भारतीय बल्लेबाज़ बना दिया।
वैभव ने लखनऊ सुपर जाएंट्स के खिलाफ डेब्यू करते ही पहली गेंद पर शार्दुल ठाकुर को छक्का मारा था, और अब उन्होंने राशिद खान जैसे दिग्गज स्पिनर की गेंद पर सिक्स लगाकर शतक पूरा किया। इस धमाकेदार प्रदर्शन के पीछे उनकी पांच साल की कठिन ट्रेनिंग और परिवार का गहरा त्याग है। उनके कोच मनीष ओझा के मुताबिक, वैभव हर दिन 600 गेंदों की प्रैक्टिस करते थे। ताकत नहीं, बल्कि उनकी टाइमिंग और बैट स्विंग—जो युवराज सिंह जैसी लगती है—ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है।
वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी ने बेटे के सपनों के लिए खेती की ज़मीन तक बेच दी। मां ने उनके पोषण का खास ध्यान रखा। विवाद तब खड़ा हुआ जब IPL नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने 1.1 करोड़ में उन्हें खरीदा और उनकी उम्र को लेकर सवाल उठे। लेकिन BCCI की हड्डी जांच रिपोर्ट से यह साबित हुआ कि सभी रिकॉर्ड सही हैं।
घरेलू क्रिकेट में भी वैभव का दबदबा रहा है। रणजी ट्रॉफी में डेब्यू, भारत U-19 के लिए 58 गेंदों में शतक, सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और अंडर-19 एशिया कप में शानदार प्रदर्शन—ये सभी उपलब्धियां बताती हैं कि वैभव सूर्यवंशी का IPL शतक सिर्फ शुरुआत है। भारत को भविष्य का एक नायाब सितारा मिल गया है।