4thPiller.com | रिपोर्टर – शहबाज़ खान
स्थान: मस्का विहारारी
डोंगरगढ़ :- दक्षिण बोरतलाब रेंज के फतेहगंज सर्किल अंतर्गत जंगल क्षेत्रों से बड़े पैमाने पर रेत का अवैध खनन और परिवहन किया जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि लगातार अवैध गतिविधियां सामने आने के बावजूद वन विभाग के अधिकारी कार्रवाई करने से परहेज कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि रेत माफियाओं को विभागीय मिलीभगत का संरक्षण प्राप्त है।
सूत्रों के मुताबिक, जंगल से लंबे समय से धड़ल्ले से रेत निकाली जा रही है। खनिज माफिया जंगल से रेत निकालकर ट्रैक्टरों के माध्यम से खुलेआम परिवहन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि जंगल की रेत ₹6 हजार प्रति ट्रैक्टर की दर से बेची जा रही है। रेत कारोबार से जुड़े एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर खुलासा किया कि इस पूरे अवैध कारोबार में वन विभाग के कुछ अधिकारियों की मौन सहमति शामिल है। आरोप है कि प्रति ट्रैक्टर ₹1000 की राशि विभाग के एक अधिकारी को दी जाती है।
फतेहगंज सर्किल क्षेत्र रेत के खनन और परिवहन के लिए पहले से ही सुविधाजनक माना जाता रहा है। ग्रामीणों ने अवैध उत्खनन और विभागीय मिलीभगत की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए दोषी अधिकारियों और खनिज माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
स्थानीय लोगों की शिकायतों के बाद अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि वन विभाग और प्रशासन इस गंभीर मामले पर क्या कदम उठाते हैं।