हैदराबाद। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तेलुगू सिनेमा के सुपरस्टार महेश बाबू को 27 अप्रैल को तलब किया है। यह समन हैदराबाद की कुछ रियल एस्टेट कंपनियों के खिलाफ चल रही मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में भेजा गया है। ईडी ने हाल ही में तेलंगाना के सिकंदराबाद, जुबली हिल्स और बोवेनपल्ली में छापेमारी की थी, जो सुराना ग्रुप और साई सूर्या डेवलपर्स के खिलाफ की गई कार्रवाई का हिस्सा थी।
ईडी के अनुसार, जांच पीएमएलए (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) के तहत हो रही है और यह उन परियोजनाओं से जुड़ी है, जो तय समय पर पूरी नहीं हुईं। इन परियोजनाओं में से एक है ‘ग्रीन मीडोज’, जिसका प्रचार अभिनेता महेश बाबू कर रहे थे। हालांकि, अब तक उनके खिलाफ कोई आरोप नहीं लगा है।
मामले की शुरुआत एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर, नक्का विष्णु वर्धन की शिकायत से हुई, जिन्होंने मधुरा नगर पुलिस स्टेशन में कंचरला सतीश चंद्र गुप्ता और उनकी फर्म साई सूर्या डेवलपर्स के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया। शिकायत के अनुसार, अप्रैल 2021 में शादनगर स्थित ‘ग्रीन मीडोज’ वेंचर में 14 एकड़ ज़मीन पर तीन करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया गया था।
निवेश करने वालों में कई अन्य नाम भी शामिल हैं, जैसे डॉ. सुधाकर राव, विटल महेश, श्रीनाथ, कोटला शशांक और कृष्ण मोहन। इस प्रोजेक्ट के संदर्भ में सुराना ग्रुप की भूमिका की भी जांच की जा रही है।