रायपुर। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल पर शुरू किए गए सुशासन तिहार कार्यक्रम का असर अब गांव-गांव में दिखने लगा है। रायगढ़ जिले में इस अभियान के तहत आधार कार्ड सुधार, किसान किताब वितरण, और मनरेगा जॉब कार्ड जैसी सेवाएं लोगों को उनके घर पर ही दी जा रही हैं, जिससे आम जनता को बिना दफ्तरों के चक्कर लगाए त्वरित समाधान मिल रहा है।
✅ गांवों में पहुंचे आधार सुधार कैंप, बच्चों की शिक्षा को मिली राहत
ग्राम पंचायत दर्रामुड़ा के अनुज कुमार निषाद के बेटे गौरव के आधार कार्ड में त्रुटि के कारण उसका अपार ID नहीं बन पा रहा था। अनुज ने सुशासन तिहार के माध्यम से आवेदन दिया, जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए आधार में सुधार कर समाधान किया गया।
इसी प्रकार कई और परिवारों के बच्चों के आधार कार्ड बनवाने या उनमें संशोधन की मांगों को भी विशेष कैंप लगाकर निपटाया गया। हर ब्लॉक में तीन स्थानों पर आधार समाधान शिविर आयोजित किए गए।
📘 किसान किताब की प्रति घर पर सौंपी गई, देवेंद्र सिदार ने जताया आभार
ग्राम कांटाहरदी के देवेंद्र सिदार ने किसान किताब की द्वितीय प्रति के लिए आवेदन किया था। प्रशासन की संवेदनशीलता का परिचय देते हुए पटवारी को सीधे उनके घर भेजा गया, जहां दस्तावेजों की जांच और मिलान के बाद प्रमाणित प्रति सौंप दी गई।
देवेंद्र सिदार ने इस सरल, पारदर्शी और त्वरित सेवा पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार जताया और कहा कि यह पहल जनता के लिए भरोसे की नई नींव रख रही है।
👣 घर बैठे मिला जॉब कार्ड, दिव्या साहू बोलीं – पहली बार योजनाएं दरवाज़े तक आईं
ग्राम डूमरपाली की श्रीमती दिव्या साहू ने नया मनरेगा जॉब कार्ड बनवाने के लिए आवेदन दिया था। उनके आवेदन पर रोजगार सहायक खुद उनके घर पहुंचे और जरूरी प्रक्रिया पूरी कर उन्हें जॉब कार्ड उनके हाथों में सौंपा।
दिव्या भावुक होकर कहती हैं –
“बिना किसी भागदौड़ और परेशानी के मेरा काम हो गया, पहली बार ऐसा महसूस हुआ कि सरकार की योजनाएं सच में हमारे दरवाजे पर आ रही हैं।”
इसी तरह, छोटे मुड़पार निवासी जानकी कुमारी पटेल और कुमारी भावना को भी मनरेगा कार्ड घर पर जाकर सौंपा गया।
🌱 निष्कर्ष: “सुशासन तिहार” से बदल रहा प्रशासन का चेहरा
रायगढ़ में सुशासन तिहार ने यह सिद्ध कर दिया है कि शासन की नीतियां जब संवेदनशीलता, त्वरिता और पारदर्शिता के साथ लागू होती हैं, तो जनता का विश्वास प्रशासन पर मजबूत होता है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की यह पहल केवल एक कार्यक्रम नहीं, जनता से सीधे जुड़ने और सेवा का संकल्प है।