रायपुर। छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर अब राजनीतिक पारा चढ़ गया है। कांग्रेस पार्टी ने ऐलान किया है कि वह 21 अप्रैल 2025 को मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेगी। पार्टी ने राज्य में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध और कानून व्यवस्था की बदहाल स्थिति को लेकर भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए यह आंदोलन छेड़ने का निर्णय लिया है।
राजीव भवन में हुई रणनीतिक बैठक, घेराव की योजना तैयार
इस प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज की अगुवाई में राजीव भवन में वरिष्ठ नेताओं, ब्लॉक अध्यक्षों और रायपुर के कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रदर्शन को सफल बनाने की रणनीति बनाई गई और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारियाँ सौंपी गईं। सभी को इस आंदोलन में पूरी ताकत से जुटने का निर्देश दिया गया।
इन दिग्गज नेताओं ने लिया हिस्सा
बैठक में कई वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति रही, जिनमें शामिल हैं:
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सत्यनारायण शर्मा (वरिष्ठ कांग्रेस नेता)
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मलकित सिंह गैदू (प्रभारी महामंत्री)
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विकास उपाध्याय (पूर्व एआईसीसी सचिव)
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सुशील आनंद शुक्ला (प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष)
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शैलेश नितिन त्रिवेदी (पूर्व पाठ्यपुस्तक निगम अध्यक्ष)
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महेन्द्र सिंह छाबड़ा (पूर्व अल्पसंख्यक आयोग अध्यक्ष)
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प्रमोद चौबे, मदन तालेड़ा, आकाश शर्मा (युवा कांग्रेस अध्यक्ष)
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गिरीश दुबे (शहर जिला अध्यक्ष), ऐजाज ढेबर (पूर्व महापौर)
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अन्य सक्रिय पदाधिकारी जैसे दीपक मिश्रा, सकलेन कमादार, सीमा वर्मा, प्रशांत ठेंगड़ी आदि।
मुख्यमंत्री को घेरने की तैयारी, जनता के सवालों के साथ उतरेंगे सड़कों पर
कांग्रेस का कहना है कि भाजपा सरकार जन सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह विफल रही है। महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों में बढ़ोत्तरी, पुलिस व्यवस्था की लचरता और शासन की निष्क्रियता के खिलाफ यह घेराव एक जन आंदोलन का रूप लेगा।