रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का मॉनसून सत्र सोमवार को राजस्व निरीक्षक (RI) पदोन्नति परीक्षा में कथित गड़बड़ियों को लेकर भारी हंगामे की भेंट चढ़ गया। इस संवेदनशील मुद्दे पर पक्ष और विपक्ष दोनों में तीखी बहस देखने को मिली। हैरानी की बात यह रही कि खुद सत्ता पक्ष के विधायक भी सरकार को घेरे नजर आए।
विपक्षी दलों, खासकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, ने इस परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगाते हुए CBI जांच की मांग की। भूपेश ने कहा कि इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच बेहद जरूरी है, क्योंकि यह युवाओं के भविष्य से जुड़ा है।
इस बीच सत्तारूढ़ बीजेपी के विधायक राजेश मूणत और अजय चंद्राकर ने भी परीक्षा में पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए सरकार से ठोस जवाब की मांग की। इससे सत्ता पक्ष की अंतरिक असहमति भी सामने आ गई।
राजस्व मंत्री ने सदन में जवाब देने की कोशिश की, लेकिन उनके जवाब से विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ। सूत्रों के अनुसार, मंत्री कोई स्पष्ट या ठोस स्पष्टीकरण नहीं दे सके, जिससे विपक्ष का गुस्सा और भड़क गया।
जब भूपेश बघेल ने CBI जांच की बात कही, तो सत्ता पक्ष के विधायकों ने उन पर पलटवार करते हुए पूछा, “क्या अब उन्हें वाकई CBI पर भरोसा है?” इससे सदन में और भी गर्मा-गर्मी बढ़ गई।