रायपुर स्टेशन समेत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के 9 स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य का आगाज, यात्रियों के लिए विश्वस्तरीय सुविधाएं जल्द होंगी उपलब्ध

रायपुर। रेल मंत्रालय के महत्वाकांक्षी परियोजना के अंतर्गत यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधा प्रदान करने हेतु “अमृत भारत स्टेशन” योजना के अंतर्गत स्टेशनों के कायाकल्प की तैयारी चल रही है । अगस्त 2023 में माननीय प्रधानमंत्री के द्वारा देश के 1200 स्टेशनों पुनर्विकास के कार्य का शिलान्यास किया गया, जिसमे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के 9 स्टेशन शामिल थे, इसमे रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, अकलतरा, तिलदा नेवरा, भिलाई पावर हाउस, गोंदिया, वडसा, चांदाफोर्ट स्टेशन शामिल थे ।
यात्री सुविधा, सुरक्षा तथा संरक्षा के साथ ट्रेन परिचालन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की पहली प्राथमिकता है । अमृत भारत स्टेशन स्कीम के अंतर्गत स्टेशनों का पुनर्विकास इसी प्राथमिकता की महत्वपूर्ण कड़ी है । यात्रियों की मांग तथा आकांक्षा के दृष्टिगत भारतीय रेल निरंतर ही बेहतर यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रयत्नशील रही है । विकास के इस कार्य के साथ साथ रेल के अवसंरचना विकास का कार्य भी तीव्र गति से प्रगति पर है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में यात्री सुविधा तथा रेल विकास अवसंरचना का कार्य तेजी से चल रहा है । रेलवे अब रेल संपर्क विहीन क्षेत्रों के बीच रेल कनेक्टिविटी तथा बढ़ते हुए ट्रैफिक मांग व आधुनिक एवं उन्नत यात्री सुविधाओं के लिए रेल परियोजना पर काम कर रहा है । बढ़ती रेल कनेक्टिविटी स्थानीय लोगों के आर्थिक सामाजिक विकास में काफी लाभ देने वाली है ।

वर्तमान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में 2100 करोड़ की लागत से 206 किलोमीटर की बिलासपुर-झारसुगुड़ा चौथी लाइन, 3500 करोड़ की लागत से 228 किलोमीटर की राजनांदगांव-नागपुर तीसरी लाइन, 1680 करोड़ की लागत से 165 किलोमीटर की अनुपपुर-कटनी तीसरी लाइन, 303 करोड़ की लागत से बिलासपुर-उसलापुर फ्लाई ओवर, 271 करोड़ की लागत से मंदिर हसौद – नवा रायपुर – केन्द्री नई लाइन, 543 करोड़ की लागत से 67 किलोमीटर की केन्द्री – धमतरी तथा अभनपुर – राजिम गेज परिवर्तन का कार्य किया जा रहा है ।

इसके अतिरिक्त पब्लिक सेक्टर यूनिट तथा अन्य अभिकर्ताओं के साथ 4741 करोड़ की लागत से 231 किलोमीटर की खरसिया – कोरबा नई लाइन, 4970 करोड़ की लागत से 156 किलोमीटर की गेवरा रोड – पेंड्रा रोड नई लाइन, 1627 करोड़ की लागत से 95 किलोमीटर लंबी दल्लीराझरा – रावघाट नई लाइन आदि महत्वाकांक्षी परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है ।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 सितंबर, 2023 को छत्तीसगढ़ का दौरा करेंगे । प्रधानमंत्री के देश भर में सम्‍पर्क में सुधार से रायगढ़ में सार्वजनिक कार्यक्रम में लगभग 6350 करोड़ रुपये की महत्वपूर्ण रेल क्षेत्र परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करने को प्रोत्‍साहन मिलेगा । इन परियोजनाओं में चांपा से जामगा के बीच तीसरी रेल लाइन, पेंड्रा रोड से अनूपपुर के बीच तीसरी रेल लाइन और अन्य परियोजनाएं शामिल है । रेल परियोजनाएं क्षेत्र में यात्रियों की आवाजाही के साथ-साथ माल ढुलाई को सुविधाजनक बनाकर सामाजिक-आर्थिक विकास को गति प्रदान करेंगी ।

बिलासपुर-झारसुगुड़ा चौथी लाइन का 75 किलोमीटर से अधिक का कार्य पूर्ण हो चुका है । इसी तरह राजनांदगांव – नागपुर तीसरी लाइन का कार्य में 140 किलोमीटर की रेल लाइन कमीशन की जा चुकी है । जबकि कटनी से अनूपपुर के बीच 44 किलोमीटर की तीसरी लाइन का निर्माण किया जा चुका है । इसके साथ ही आधुनिक एवं उन्नत ऑटोमैटिक सिग्नल प्रणाली को अपनाते हुए 373 किलोमीटर के सेक्शन में इस कार्य को पूरा किया जा चुका है, जिसमें कुम्हारी से नागपुर तक तथा बिलासपुर से बिल्हा, जयरामनगर, घुटकू तक तथा चांपा से कोरबा तक का सेक्शन शामिल है ।

ये परियोजनाएं आने वाले समय में सामाजिक और आर्थिक बदलाव में बड़ी भूमिका निभाएगी । इससे क्षेत्र की बड़ी आबादी को रेल सुविधाएं मिल सकेगी । इससे क्षेत्र में औद्योगिक और व्यावसायिक विकास के नए अवसर बढ़ेंगे । इस परियोजना से आवाजाही में सुधार के साथ क्षेत्र का सामाजिक-आर्थिक विकास होगा। यह लाइन कृषि और स्थानीय उत्पादों को तेजी से लाने-ले जाने की सुविधा प्रदान करेगी और अन्य हिस्सों में भी लोगों की बेहतर आवाजाही प्रदान करेगी । ग्रामीण क्षेत्रों से कृषि उपज, वनोत्पाद, कुटीर उद्योग एवं हस्तशिल्प की वस्तुओं के साथ औद्योगिक उत्पादों, धातु उद्योग, उर्वरकों आदि के लिए बाजार तक त्वरित पहुंचना सुनिश्चित हो पाएगा । इस क्षेत्र के प्रसिद्ध डोकरा आर्ट, कोसा सिल्क, बस्तर आर्ट आदि को बाजार से जुड़कर एक नई पहचान मिलेगी ।

यात्री सुविधाओं एवं बढ़ते यातायात मांग के लिए इन विकास कार्यों का होना अत्यंत आवश्यक है जिसमें बहुत ही कम समय के लिए न्यूनतम ट्रेनों का परिचालन प्रभावित होता है । विगत तीन वर्षों में इन विकास कार्यों के दौरान एक प्रतिशत से भी कम ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है, जबकि इन वर्षों में यात्री सुविधाओं में काफी विकास कार्य किए गए । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे यात्री सुविधा एवं विकास के लिए प्रतिबद्ध है तथा भविष्य में भी उन्नत और आधुनिक यात्री सुविधा के कार्य जारी रहेंगे, जिसका एक महत्वपूर्ण प्रतीक स्टेशनों के पुनर्विकास के कार्य हैं ।

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