“4 अप्रैल 2024 का आदेश निकला कागज़ी शेर – बिना INC मान्यता वाले नर्सिंग कॉलेजों में आज भी धड़ल्ले से एडमिशन जारी!”

**🔥“INC मान्यता का आदेश जारी, पर पालन शून्य—बिना Suitability वाले 100+ नर्सिंग कॉलेज आज भी धड़ल्ले से फॉर्म भरवा रहे!”** 🔥

रायपुर | 4thPiller Investigation Report

छत्तीसगढ़ में नर्सिंग शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त अव्यवस्था, अनियमितताओं और फर्जी मान्यताओं पर अब आयुष एवं स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय ने कड़ा रुख अपना लिया है।

विश्वविद्यालय ने दिनांक 04/04/2024, पत्र क्रमांक F-210/797/DUHS/2024 के माध्यम से प्रदेश के सभी निजी नर्सिंग कॉलेजों को स्पष्ट आदेश जारी किया है—

“6 महीने के भीतर INC नई दिल्ली से Suitability (मान्यता) अनिवार्य रूप से प्राप्त करें, अन्यथा अगले शैक्षणिक सत्र में संबद्धता नहीं मिलेगी।”

यह आदेश ऐसे समय में आया है जब—
✔ राज्य में नर्सिंग कॉलेजों की संख्या बेतहाशा बढ़ी है
✔ 30–35 कॉलेज बिना भवन, बिना हॉस्पिटल, बिना लैब के चल रहे हैं
✔ INC द्वारा स्वीकृत सीटें 3800 हैं, पर SNRC ने 7216 सीटें मान्य कर दी
✔ हजारों विद्यार्थी फर्जी या अवैध सीटों पर पढ़ रहे हैं

**🔍 वास्तविकता: विश्वविद्यालय कह रहा है “6 महीने में INC मान्यता लो”…

लेकिन आज भी उन्हीं कॉलेजों से संबद्धता शुल्क वसूला जा रहा है!**

4thPiller की जांच में बड़ा खुलासा सामने आया है—
● कई कॉलेज जिनके पास INC Suitability नहीं है, वे इस वर्ष भी संबद्धता वृद्धि शुल्क जमा कर रहे हैं।
● विश्वविद्यालय ने नोटिस तो जारी किया, पर इस वर्ष भी संबद्धता देने की तैयारी जारी है।

इसका अर्थ स्पष्ट है —

नोटिस जारी हुआ, लेकिन कार्रवाई शून्य।
मानो नोटिस एक औपचारिकता मात्र हो… विद्यार्थियों के हित की कोई वास्तविक चिंता नहीं।

📌 मुद्दे का सबसे खतरनाक पक्ष – INC मान्यता बिना पढ़ रहे विद्यार्थी!

✔ INC ने छत्तीसगढ़ में केवल 3800 सीटें मान्य की हैं
✔ SNRC ने 7216 सीटें मान्य कर दीं
✔ यानी 2566 सीटें सीधे-सीधे अवैध हैं
✔ इस पर पढ़ने वाले छात्र
→ अन्य राज्यों में रजिस्ट्रेशन नहीं करा पाएंगे
→ सरकारी/निजी किसी भी नौकरी में पात्र नहीं होंगे
→ उनकी डिग्री अवैध मानी जाएगी

**⚖ बड़ा सवाल — यदि विश्वविद्यालय गंभीर है…

तो बिना INC मान्यता वाले कॉलेजों से संबद्धता शुल्क क्यों स्वीकार किया जा रहा है?**

यदि आयुष विश्वविद्यालय का 4 अप्रैल का नोटिस वास्तव में “सख्त कार्रवाई” वाला है, तो—

🔴 विश्वविद्यालय को चाहिए कि—

1. तुरंत ऐसे कॉलेजों की फीस जमा लेना बंद करे

2. इस सत्र में भी संबद्धता न दे

3. ऑडिट टीम बनाकर सभी नर्सिंग कॉलेजों का भौतिक निरीक्षण कराए

4. फर्जी/अवैध सीटें चलाने वाले कॉलेजों पर FIR दर्ज कराए

 

📌 यह मामला अब केवल शिक्षा का नहीं—एक बड़े घोटाले का है

4thPiller की जांच के अनुसार:

▪ कई नर्सिंग कॉलेज किराए के कमरों में चल रहे हैं
▪ कई कॉलेजों के पास हॉस्पिटल ही नहीं
▪ Clinical facility के नाम पर फर्जी गठजोड़ दिखाया जा रहा है
▪ लाखों रुपये की फीस लेकर छात्रों को अवैध कोर्स थमाए जा रहे हैं

यह सब “मान्यता शुल्क – संबद्धता शुल्क” के करोड़ों के चक्र से जुड़ा है।

**🚨 बड़ा खतरा: यदि 2024–2025 में कॉलेज को संबद्धता मिल गई और बाद में INC Suitability न मिली…

तो हजारों विद्यार्थियों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा!**

क्योंकि—
❌ कोर्ट का फैसला गलत आने पर एडमिशन रद्द
❌ डिग्री अवैध
❌ रजिस्ट्रेशन नहीं
❌ नौकरी नहीं

📌 यह गंभीर प्रश्न अब उठ खड़ा हुआ है—

👉 क्या विश्वविद्यालय नोटिस को लागू करेगा या केवल दिखावा करके छात्रों का भविष्य डुबो देगा?

👉 क्या SNRC और विश्वविद्यालय मिलकर फर्जी कॉलेजों को संरक्षण दे रहे हैं?

👉 क्या यह करोड़ों का “मान्यता–संबद्धता” रैकेट है?

🟥 4thPiller की माँग —

1. राज्य सरकार SIT बनाकर जांच करे

2. विश्वविद्यालय अभी से बिना INC Suitability वाले कॉलेजों का शुल्क न ले

3. SNRC की अवैध सीटों की जांच CVC/ACB/EOW से कराई जाए

4. छात्रों के हित में मान्यता प्रक्रिया पारदर्शी हो

 

📌 निष्कर्ष

4 अप्रैल 2024 का यह नोटिस छत्तीसगढ़ के नर्सिंग सेक्टर में सुधार का ऐतिहासिक आधार बन सकता है—
लेकिन केवल तब, जब विश्वविद्यालय इसे ईमानदारी से लागू करे।

वरना यह नोटिस भी केवल एक कागज़ी औपचारिकता बनकर रह जाएगा
और दाव पर होगा —
हजारों छत्तीसगढ़ी बेटियों और बेटों का भविष्य।

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