मिशन शक्ति 5.0 : देवीपाटन मंडल में आधी आबादी की आवाज बना मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद

लखनऊ,

योगी सरकार के मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत देवीपाटन मंडल में “मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद” की पहल महिलाओं और बेटियों को काफी पसंद आ रही है। यही वजह है कि देवीपाटन मंडल मुख्यालय में हर सोमवार को बेटियों और महिलाओं के समग्र विकास के लिए होने वाले “मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद” में श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा और बहराइच से अपनी समस्याओं को लेकर बड़ी संख्या में महिलाएं-बेटियां पहुंच रहीं हैं। मिशन शक्ति के तहत आयोजित “मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद” में सोमवार को 21 महिलाओं ने विस्तार से मंडलायुक्त को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। मंडलायुक्त ने सभी को जल्द से जल्द शिकायत के निस्तारण का आवश्वासन दिया। बता दें कि पिछले सोमवार को कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी, जिसमें 45 महिलाओं ने समस्याएं बताईं थीं। इनमें से एक हफ्ते के अंदर 40 महिलाओं की समस्याओं का निस्तारण किया गया। इनमें से 36 महिलाओं ने शिकायत के निस्तारण पर संतोषजनक फीडबैक भी दिया। यही वजह है कि कार्यक्रम मंडल की महिलाओं को काफी पसंद आ रहा है।   

शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता का रखा जाए विशेष ध्यान
देवीपाटन के मंडलायुक्त शशिभूषण लाल सुशील ने बताया कि सोमवार को मंडल मुख्यालय में विशेष रूप से महिलाओं और बेटियों की समस्याओं के निस्तारण के लिए “मां पाटेश्वरी शक्ति संवाद” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें मंडल के चारों जिलों से 21 महिलाअों ने भाग लिया। संवाद कार्यक्रम में मंडलायुक्त ने सभी शिकायतों को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि प्रत्येक शिकायत का निस्तारण जल्द से जल्द किया जाए। शिकायतों के निस्तारण में गुणवत्ता का ध्यान रखा जाए। कार्रवाई निष्पक्ष होनी चाहिए। शिकायतकर्ता की शिकायत का निस्तारण मेरिट के आधार किया जाये। समस्याओं के निस्तारण में लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जायेगी। प्रत्येक शिकायत का समाधान निश्चित समयावधि में किया जाए, ताकि शिकायतकर्ताओं को समय पर राहत मिल सके।

समस्या के निस्तारण में मिली लापरवाही तो होगी सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई
मंडलायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि निस्तारण की प्रक्रिया केवल औपचारिक न हो, यह गुणवत्तापूर्ण एवं प्रभावी भी होनी चाहिए, जिससे शिकायतकर्ता संतुष्ट हों। सभी शिकायतों की जांच पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ की जाए। किसी भी प्रकार की पक्षपातपूर्ण कार्रवाई न हो। यदि किसी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा लापरवाही बरती जाती है तो उसके विरुद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। संवाद कार्यक्रम में रंजना पाण्डेय, श्यामकली, शबनम, रिचा, मंजू, रूचि तिवारी, अनारकली, मीना, अनीता, रामवती, कांति देवी सहित 21 महिलाओं ने अपनी समस्याएं बताईं। आयुक्त ने इसे गंभीरता से लेते हुए भरोसा दिलाया कि प्राथमिकता के आधार पर सभी मामलों का समाधान कराया जाएगा।

45 में से 40 शिकायतों का हुआ निस्तारण
अपर आयुक्त (प्रशासन) कमलेश चंद्र ने बताया कि पिछले सोमवार को महिला जनसुनवाई के दौरान आये 45 में से 40 शिकायतों का निस्तारण कर दिया गया है। इसमें से 36 महिलाओं ने निस्तारण के लिए संतोषजनक फीडबैक भी दिया है, जबकि चार शिकायतों में रिमाइंडर भेज कर संतोषजनक कार्रवाई करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए गए हैं। इस दौरान महिला अधिकारी के रूप में अपर आयुक्त (न्यायिक) देवीपाटन मीनू राणा तथा उपायुक्त (खाद्य) विजय प्रभा भी उपस्थित रहीं। उन्होंने भी जनसुनवाई के दौरान महिलाओं की समस्याओं को गंभीरता से सुना और निस्तारण हेतु संबंधित अधिकारियों को तत्काल निर्देश दिए। इस विशेष जनसुनवाई ने महिलाओं में यह भरोसा जगाया कि प्रशासन उनकी समस्याओं के समाधान के लिए गंभीर है। महिलाओं ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि अब उन्हें अपनी बात रखने के लिए सशक्त मंच मिल गया है।

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