पंजाब
सरकार हर परिवार को 10 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज देगी। इसका फायदा लोगों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में भी मिलेगा और वे अपने घर के पास ही अच्छी मेडिकल सुविधा ले सकेंगे। इस योजना में सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ 2000 से ज्यादा प्राइवेट अस्पतालों को भी शामिल किया जाएगा। सरकार ने बीमा कंपनियों से टेंडर मंगवाए हैं। दावा किया जा रहा है कि अक्टूबर के अंत तक किसी एक कंपनी को फाइनल कर दिया जाएगा। सेहत मंत्री बलबीर सिंह का कहना है कि यह योजना हर हाल में दिसंबर महीने में शुरू कर दी जाएगी।
दो जिलों में रजिस्ट्रेशन शुरू सरकार ने भले ही स्कीम की लॉन्चिंग टाल दी है, लेकिन दो जिलों में स्कीम के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसमें एक तरनतारन व दूसरा बरनाला है। सरकार की कोशिश है कि सारे परिवार को इस स्कीम में कवर किया जाए। इन जिलों में पायलट प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है।
सभी गंभीर बीमारियों को कवर किया जाएगा स्कीम में परिवार के सभी लोगों को कवर किया जाएगा। सरकार का दावा है कि कार्ड के आधार पर पूरे परिवार का इलाज मुफ्त होगा। स्कीम में सारी गंभीर बीमारियों को कवर करने की कोशिश है ताकि लोगों को दिक्कत न उठानी पड़े।
पेंशनरों को भी मिलेगी सुविधा इस स्कीम में पंजाब के सभी लोगों के कार्ड बनाए जाएंगे। इसमें किसान, मजदूर, सरकारी कर्मचारी, पेंशनर सभी इसका लाभ उठा सकेंगे। इसके लिए सुविधा केंद्र और अस्पतालों में रजिस्ट्रेशन कैंप लगेंगे। इसके लिए सिर्फ आधार कार्ड और वोटर कार्ड दिखाना होगा। अभी सरकार की तरफ से इसकी डिटेल नहीं दी गई है। हालांकि, सरकार का कहना है कि इस योजना में सभी गंभीर बीमारियों को कवर किया जाएगा।
पंजाब की नई हेल्थ स्कीम, आयुष्मान से कितनी अलग?
मुख्यमंत्री सरबत सेहत बीमा: पंजाब में पहले से ही मुख्यमंत्री सरबत सेहत बीमा योजना चल रही है, जिसके तहत सरकारी और पैनल वाले अस्पतालों में 5 लाख तक का मुफ्त इलाज मिलता है। इस योजना में राज्य के 80 प्रतिशत लोग कवर होते हैं। आयुष्मान भारत योजना: पंजाब में आयुष्मान भारत योजना केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही है, जो पूरे भारत में गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को सरकारी और सूचीबद्ध अस्पतालों में 5 लाख तक के इलाज की सुविधा देती है। यह योजना सभी राज्यों में लागू है, लेकिन इसमें राज्य सरकार की भागीदारी जरूरी है।
अब पंजाब इस योजना पर काम कर रही है। उसका फायदा सभी आयु वर्ग के लोग उठा पाएंगे। इस योजना में कोई ऐसी शर्त नहीं है कि केवल इतने प्रतिशत लोगों को ही इसका लाभ मिलेगा, बल्कि इसके लिए सिर्फ पंजाब का निवासी होना जरूरी है। दूसरा केंद्र से भी पंजाब सरकार की मीटिंग चल रही है। इसमें जो पहले केंद्र की स्कीमों में कवर होते हैं, उन्हें भी इलाज देने की तैयारी है।