पटना
पटना में बिहार कला पुरस्कार योजना से संबंधित प्रेस कॉन्फ़्रेंस का आयोजन कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री मोतीलाल प्रसाद की अध्यक्षता में किया गया. इस अवसर पर विभागीय सचिव प्रणव कुमार समेत अन्य अधिकारीगण एवं मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित रहे.
मंत्री मोतीलाल प्रसाद ने बताया कि बिहार कला पुरस्कार का उद्देश्य राज्य, राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चाक्षुष (दृश्य) एवं प्रदर्श कला की विभिन्न विधाओं में उत्कृष्ट योगदान देने वाले स्थापित एवं नवोदित कलाकारों को सम्मानित करना है.
तीन वर्षों के लिए 52 कलाकारों का चयन
वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24 और 2024-25 के लिए कुल 52 कलाकारों का चयन किया गया है, जिसमें निम्नलिखित श्रेणियां सम्मिलित हैं:
22 स्थापित कलाकार
18 नवोदित कलाकार
6 राष्ट्रीय पुरस्कार
6 लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार
चयन विवरण:
2022-23: 6 स्थापित, 7 नवोदित, 2 राष्ट्रीय, 2 लाइफटाइम
2023-24: 8 स्थापित, 5 नवोदित, 2 राष्ट्रीय, 2 लाइफटाइम
2024-25: 8 स्थापित, 5 नवोदित, 2 राष्ट्रीय, 2 लाइफटाइम
पुरस्कार स्वरूप और धनराशि
बिहार सरकार द्वारा चयनित कलाकारों को कुल 27,72,000 रुपए की पुरस्कार राशि वितरित की जाएगी. पुरस्कार स्वरूप निम्नानुसार राशि एवं सम्मान सामग्री दी जाएगी:
राष्ट्रीय पुरस्कार – ₹1,00,000- स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र, अंगवस्त्र
लाइफटाइम अचीवमेंट – ₹1,00,000 – स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र, अंगवस्त्र
स्थापित कलाकार – ₹51,000 – स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र, अंगवस्त्र
नवोदित कलाकार – ₹25,000 – स्मृति चिन्ह, प्रमाण पत्र, अंगवस्त्र
प्रमुख विजेता कलाकारों के नाम (वर्ष 2022-23)
राष्ट्रीय पुरस्कार: चित्रा प्रसाद, पद्मश्री दुलारी देवी
लाइफटाइम अचीवमेंट: अनिल बिहारी, सुमन कुमार
वर्ष 2023-24
राष्ट्रीय पुरस्कार: कल्पना पटवारी, पद्मश्री बउआ देवी
लाइफटाइम अचीवमेंट: पद्मश्री निर्मला देवी, भरत सिंह भारती
वर्ष 2024-25
राष्ट्रीय पुरस्कार: रत्नेश्वर प्रसाद (प्रदर्श कला), अशोक कुमार विश्वास (चाक्षुष कला)
लाइफटाइम अचीवमेंट: शिवन पासवान (गोदना कला), भरत शर्मा व्यास (लोक गायन)
इसके अतिरिक्त समकालीन कला, लोक कला, रंगमंच, शास्त्रीय एवं लोक संगीत, वाद्य वादन, नृत्य इत्यादि क्षेत्रों के कुल 18 अन्य कलाकारों को भी विभिन्न श्रेणियों में सम्मानित किया जाएगा.
सम्मान समारोह: 24 सितंबर को होगा आयोजन
मंत्री मोतीलाल प्रसाद ने बताया कि चयन प्रक्रिया लंबे समय से लंबित थी, जिसे अब संपन्न कर लिया गया है. तीन वर्षों के पुरस्कारों की घोषणा के साथ 24 सितंबर 2025 को सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा. विभागीय सचिव प्रणव कुमार ने बताया कि इस योजना के तहत 150 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से उच्च गुणवत्ता वाले कलाकारों का चयन किया गया है. उन्होंने यह भी जानकारी दी कि मुख्यमंत्री गुरु-शिष्य परंपरा योजना के लिए आवेदन की तिथि बढ़ाई जा सकती है.
राज्य सरकार की प्रतिबद्धता
मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि बिहार सरकार कलाकारों को पहचान, सम्मान और प्रोत्साहन देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. बिहार कला पुरस्कार राज्य की सांस्कृतिक गरिमा को समृद्ध करने और कला के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छूने की प्रेरणा है.