लुधियाना में बाढ़ का डर: लोग बोले– भाखड़ा से पानी 2–3 दिन न छोड़ा जाए

पंजाब 
चंडीगढ़ व पंजाब के कई हिस्सों में शनिवार तड़के सुबह शुरू हुई तेज और लगातार बारिश ने एक बार फिर लोगों में दहशत फैला दी है। गांव ससराली कॉलोनी स्थित धुस्सी बंध, जहां पहले से ही हालात नाजुक बने हुए हैं, लगातार हो रही बारिश से फिर खतरे में आ सकता है। न केवल बांध की मरम्मत का काम प्रभावित होगा, बल्कि यदि रोपड़ से और पानी छोड़ा गया तो हालात काबू से बाहर हो सकते हैं।

उपायुक्त हिमांशु जैन ने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने बताया, “कुछ जगहों पर दरारें आई थीं, लेकिन ग्रामीणों, सेना और एनजीओ की मदद से बनाए गए रिंग बंध ने पानी रोक लिया। अब यह इस पर निर्भर करेगा कि भाखड़ा से कितना पानी छोड़ा जाता है।”

ससराली गांव के ग्रामीण, जहां बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है, लगातार भगवान से बारिश रुकने की प्रार्थना कर रहे हैं। सरपंच सुरेंद्र सिंह नामधारी ने कहा कि बारिश के चलते बंध को मजबूत करने का काम ठप हो गया है क्योंकि न ट्रक और न ही ट्रॉली वहां तक पहुंच पा रही है। उन्होंने सरकार से अपील की कि बंध को मजबूत करने का काम पूरा करने दिया जाए और 2–3 दिन तक भाखड़ा से पानी न छोड़ा जाए।

इस बीच, लगातार बारिश से लोग भी परेशान हो चुके हैं। चंदर नगर पुल, जनकपुरी, सलेम टाबरी, बस्ती जोधेवाल, शेरपुर, ग्यासपुरा आदि इलाकों में बारिश लोगों के लिए आफत साबित हो रही है।

दिहाड़ी मजदूरों का कहना है कि निर्माण कार्य पूरी तरह से ठप होने से उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। दिहाड़ी मजदूर मिस्त्री राम अनुज ने कहा, “बारिश न थमने से लोगों ने निर्माण कार्य रुकवा दिए हैं, जिससे हमारा गुजारा करना मुश्किल हो गया है।” लगातार हो रही बारिश से दूध, सब्जी, अखबार आदि की नियमित आपूर्ति भी प्रभावित हो गई है। सुबह 4:30 बजे से जारी बरसात ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है।

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