मोहब्बत, जुदाई और शायरी का अनोखा सफ़र
अंजुम रहबर और राहत इन्दौरी की कहानी
लेखक विशेष | 4thPiller.com
उर्दू शायरी की दुनिया में बहुत से रिश्ते बने और बिगड़े, लेकिन कुछ किस्से ऐसे हैं जो समय बीतने के बावजूद हमेशा याद रह जाते हैं। ऐसा ही एक मार्मिक और अद्भुत किस्सा है मशहूर शायर डॉ. राहत इन्दौरी और लोकप्रिय शायरा अंजुम रहबर का।
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कभी पति-पत्नी रहे दोनों
कम ही लोग जानते हैं कि यह दोनों बड़े शायर और शायरा एक समय पति-पत्नी थे।
लेकिन आपसी मतभेदों और हालात की वजह से उनका रिश्ता लंबे समय तक नहीं चल सका और लगभग 1993–98 के बीच तलाक हो गया।
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मुशायरे में फिर आमना-सामना
तलाक के बाद दोनों अपनी-अपनी राह पर चल पड़े।
मगर समय के खेल देखिए, सालों बाद किसी मुशायरे में दोनों को एक ही मंच पर शिरकत करनी पड़ी।
वहाँ जो हुआ, वह उर्दू अदब की दुनिया के लिए हमेशा यादगार रहेगा।
अंजुम रहबर ने अपने अशआर पढ़े, जिनमें जुदाई का दर्द, शिकवे और छिपा हुआ प्यार साफ झलकता था।
जवाब में राहत इन्दौरी ने अपने अशआर सुनाए, जिनमें उनकी बेबाकी, तड़प और आगे बढ़ जाने का आत्मविश्वास दिखाई दिया।
श्रोताओं को लगा जैसे मंच पर दो शायर नहीं, बल्कि दो बिछड़े दिल आपस में शायरी के जरिए बातचीत कर रहे हों।
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🌹 अंजुम रहबर के अशआर
मोहबतों का सलीका सिखा दिया मैंने
तेरे बगैर भी जी कर दिखा दिया मैंने
जहाँ सजा के मैं रखती थी तेरी तस्वीरें
अब उस मकान में ताला लगा दिया मैंने
ये मेरे शेर नहीं मेरे ज़ख्म हैं ‘अंजुम’
ग़ज़ल के नाम पे क्या-क्या सुना दिया मैंने
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🌙 राहत इन्दौरी के अशआर
हुआ है सामना फिर ज़िंदगी का अर्से बाद
बड़े दिनों में पुरानी मिली पुराने से
हरेक इम्तिहाँ से गुजर थोड़ी जाएंगे
तुझसे नहीं मिलेंगे तो मर थोड़ी जाएंगे
अब जो मिला है उसका निभाएंगे साथ हम
तेरी तरह से मुकर थोड़ी जाएंगे
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मोहब्बत और दर्द का अनकहा किस्सा
इस पूरे प्रसंग ने यह साबित कर दिया कि मोहब्बत चाहे खत्म हो जाए, लेकिन उसका असर दिल और लफ़्ज़ों में हमेशा ज़िंदा रहता है।
अंजुम रहबर और राहत इन्दौरी के यह अशआर महज़ शायरी नहीं थे, बल्कि उनके दिलों का हाल थे।
आज राहत साहब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी शायरी हर दिल में ज़िंदा है।
अंजुम रहबर आज भी मुशायरों में अपनी ग़ज़लों से वही दर्द और मोहब्बत का रंग बिखेर रही हैं।
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✍️ नतीजा यही है कि—
रिश्ते टूट सकते हैं, मोहब्बत अधूरी रह सकती है, लेकिन जब दिल से लिखे लफ़्ज़ जुबां पर आते हैं तो वे हमेशा ज़िंदा रहते हैं।