भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने आज भाजपा के प्रतिनिधि मंडल एवं कार्यकर्ताओं के साथ गोठान का अचानक निरीक्षण किया, गौठान का हाल देखा, जिसमे न गाय मिली,न गोबर बेचा जा रहा था, गोठान में गाय के रखरखाव हेतु कोई व्यवस्था नहीं मिली, ऐसा लगा यहां कभी गाय रही ही नही।
प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कांग्रेस की सरकार जबसे सत्ता में आयी है, उसने बेदर्दी से प्रदेश के संसाधनों की लूट की है।
1,300 करोड़ से अधिक की राशि का दुरुपयोग
छत्तीसगढियों की भावना से खिलवाड़ किया और इस मद में भी अभी तक सामने आए तथ्यों के अनुसार गोठान के नाम पर विभिन्न मदों से खर्च की गयी 1,300 करोड़ से अधिक की राशि का दुरुपयोग कर इसमें भारी घोटाला किया गया है।हम अभी शासन का एक गोठान देखने आए हैं, आप सब इसे देख कर समझ सकते हैं कि इसके नाम पर भी कैसा गोरखधंधा किया गया है। जब राजधानी के पास के गोठान का यह हाल है, तो गांव देहातों के गोठान और उस के नाम पर मची लूट की कल्पना कर लीजिए।
गोठान के नाम पर चल रहे गोरखधंधे में कांग्रेस सरकार ने सबसे अधिक पंचायतों/सरपंचों के हक पर ही डाका डाला है। विभिन्न मदों में पंचायतों के विकास के लिए आयी राशि को सरपंचों से छीन कर सीधे उसे अनेक बहानों के साथ बंदरबांट कर लिया गया है।
सरकारी दावे के अनुसार
प्रदेश में कथित तौर पर 9790 गोठान कार्यरत हैं। शोभा के लिए बने कुछ कथित ‘आदर्श गोठानों’ को छोड़ दें तो कहीं भी कोई व्यवस्था नहीं है।मुख्यमंत्री कहते हैं कि प्रत्येक गोठान में लगभग 8 लाख से 19 लाख रुपया खर्च किया है। इसके अलावा 10 हजार रुपया प्रतिमाह रखरखाव के नाम पर अलग से गोठानों के नाम पर भेजा जा रहा है, उसका अधिकांश भाग भ्रष्टाचारकी ही भेंट चढ़ रहा है।घोटाले बिना रोक-टोक के जारी रहे इसलिए नियमानुसार गोठान समिति का चुनाव भी नहीं कराया गया है। बड़ी संख्या में इसमें सत्ता के क़रीबियों ने बिना चुनाव के ही कब्जा कर लिया है।