सागर में चल रही बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) की कथा का रविवार (30 अप्रैल) को सातवें दिन समापन हो गया। यहां कथा के आखिरी दिन 95 लोगों ने सनातन धर्म में वापसी की। इस दौरान मंच से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने वापसी करने वालों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि “आगे कोई बड़ा प्रलोभन मिलेगा तो क्या फिर चले जाओगे?” इसके जवाब में लोगों ने कहा कि हम आपसे प्रेरित होकर सनातन धर्म में आए हैं। अब कभी वापस नहीं जाएंगे।
‘हिंदू को बिखरने नहीं दूंगा’- Dhirendra Krishna Shastri
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जब तक शरीर में सांस रहेगी तब तक हिंदू को बिखरने नहीं दूंगा। इस बीच कथा में उपस्थित हजारों लोगों ने जय श्रीराम के जयकारे लगाए। उन्होंने कहा कि बारिश हो रही है। जमीन जरूर गीली है। लेकिन जमीर गीला नहीं होना चाहिए। जिस यज्ञ में बारिश हो जाती है, वो यज्ञ सफल हो जाता है। मैं कह रहा था कि सागर में कुछ बड़ा होने वाला है। आज कुछ परिवार सनातन धर्म में वापसी कर रहे हैं। इसमें 50 से अधिक परिवारों के 95 लोगों शामिल हैं, जो भ्रमित होकर अन्य धर्म में चले गए थे।
कथा के अंतिम दिन भावुक हुए पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री
कथा के अंतिम दिन उन्होंने कहा कि सागर के पागलों आप सभी धन्य हो आज यहां मेरी कथा का अंतिम दिन है। यहां जैसी भक्ति कहीं नहीं देखी मुझे आप सबकी आदत हो गई है। जल्द ही फिर आऊंगा और आप सभी को राम कथा सुनाऊंगा। कथा के दौरान जमकर बारिश हुई, देर रात से ही लोग बागेश्वर धाम सरकार के दर्शन करने हजारों की संख्या में मौजूद थे। बारिश में भीगते श्रद्धालुओं को देख वह बार-बार बाल्कनी से आकार लोगों का अभिवादन करते रहे। साथ ही सहयोगियों को व्यवस्थाएं बनाये रखने के लिए निर्देशित करते रहे।