उत्तराखंड। चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल से शुरू हो रही है। अक्षय तृतीया के मौके पर गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट विधिवत मंत्रोच्चार के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे। शुक्रवार को मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके से रवाना होकर शनिवार सुबह गंगोत्री धाम पहुंची। इस बीच चारधाम यात्रा के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उत्तराखंड पहुंचने लगी है।
बद्रीनाथ धाम में 2 दिन भारी बर्फबारी होने के बाद मौसम साफ हो गया है। बद्रीनाथ धाम में बर्फ हटाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। मंदिर परिसर के आसपास पैदल रास्तों पर जमी हुई बर्फ को पीडब्ल्यूडी और बीकेटीसी के द्वारा साफ किया जा रहा है। वहीं बीकेटीसी भी यात्रा व्यवस्थाओं को बनाने में जुटी हुई है। बद्रीनाथ धाम में नीलकंठ पर्वत और नर नारायण पर्वत पर जबरदस्त बर्फबारी हुई है। जिसके बाद धाम में कड़ाके की ठंड भी पड़ रही है। पूरी बद्री पूरी में 1 से 2 फीट तक बर्फ जमी हुई है।
उत्तरकाशी में यमुनोत्री हाइवे किसाला के पास बन्द हो गया था, जिसे पूरे 10 घण्टे बाद खोला जा सका। जिसके चलते यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यमुनोत्री धाम जाने वाले यात्रियों ने यात्रा तैयारी पर पर सवाल खड़े किए है। दरअसल, हाइवे बन्द था, लेकिन जिला आपदा प्रबंधन विभाग हाइवे को खुला हुआ बताया जा रहा था। जिससे यात्री आक्रोशित नजर आए, हालांकि मार्ग खुलने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली।