पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर से एक बड़ा सुरक्षा मामला सामने आया है। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने पूर्व बर्द्धमान जिले से मुकेश रजक और राकेश कुमार गुप्ता नाम के दो युवकों को गिरफ्तार किया है, जो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में थे। जांच में सामने आया कि दोनों आरोपी एक एनजीओ के जरिए ISI से जुड़े और भारत की खुफिया जानकारी साझा करने लगे।
गिरफ्तार मुकेश रजक मूलतः पानागढ़ का निवासी है और अर्जन सिंह वायुसेना स्टेशन के पास रहता है, जो एक संवेदनशील क्षेत्र है। पहले वह हिंदू था लेकिन बाद में ईसाई धर्म अपना लिया। बताया जा रहा है कि स्कूल में कार्यरत एक चपरासी के माध्यम से उसने धर्म परिवर्तन किया। मुकेश पढ़ाई में औसत था और बाद में कपड़े प्रेस करने का काम करने लगा। 2017-18 में मेमारी में उसकी मुलाकात राकेश से हुई और यहीं से दोनों की गतिविधियां संदिग्ध होती चली गईं।
एसटीएफ का कहना है कि दोनों ने एक एनजीओ की आड़ में ISI से संपर्क बनाया और भारतीय सैन्य गतिविधियों से जुड़ी जानकारियां साझा करने लगे। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि इन जानकारियों में संवेदनशील सैन्य सूचनाएं भी हो सकती हैं।
दोनों की गिरफ्तारी एक सप्ताह पहले हुई थी और अभी उनसे गहन पूछताछ चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, इस नेटवर्क में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी पहचान की जा रही है।