मैनपाट। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के खूबसूरत मैनपाट में भारतीय जनता पार्टी का तीन दिवसीय विशेष प्रशिक्षण शिविर चल रहा है। मंगलवार को इस शिविर का दूसरा दिन था, जिसमें सुबह से शाम तक सांसदों और विधायकों को संगठन, सुशासन ,जनसंपर्क और विचारधारा को लेकर विस्तार से समझाया गया।
दूसरे दिन के सत्र में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ,भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े और राष्ट्रीय संगठन मंत्री वी. सतीश सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। हर सत्र में जनप्रतिनिधियों को जमीनी स्तर पर पार्टी के कार्यविस्तार से लेकर नीतियों को आमजन तक पहुंचाने के तरीके बताए गए।
विकसित छत्तीसगढ़ पर चर्चा
दिन के पहले सत्र में वी. सतीश ने “हमारे कार्यविस्तार की दृष्टि सामाजिक एवं भौगोलिक (एससी-एसटी कार्य)” विषय पर बोलते हुए सांसदों और विधायकों को बताया कि समाज के कमजोर वर्ग तक पार्टी की पहुँच कैसे मजबूत की जाए। इसके बाद मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने “विकसित छत्तीसगढ़ – अवसर और चुनौती” विषय पर राज्य के विकास की यात्रा पर अपने अनुभव साझा किए।
सोशल मीडिया पर विनोद तावड़े की सलाह
पांचवें सत्र में विनोद तावड़े ने सोशल मीडिया के महत्व को समझाया और बताया कि स्थानीय मुद्दों से लेकर राष्ट्रीय विमर्श में भाजपा कार्यकर्ताओं की क्या जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में सही सूचना को सही अंदाज में रखना सबसे बड़ा हुनर है।दूसरे दिन के छठे सत्र में शिवराज सिंह चौहान ने “लोक व्यवहार, समय प्रबंधन और वक्तृत्व कौशल” पर विस्तार से बात की। उन्होंने कहा कि एक नेता का सबसे बड़ा हथियार उसका बोलने का अंदाज और जनता से जुड़ने की कला होती है।
इसके बाद आठवें सत्र में पार्टी के इतिहास और पंच प्रण से जुड़े तथ्य बताए गए। राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री शिव प्रकाश ने सांसदों और विधायकों को पार्टी की मूल विचारधारा से गहराई से जोड़ा।
समापन पर आज बीएल संतोष और अमित शाह का संवाद
बुधवार को शिविर के समापन सत्र में भाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष और शिव प्रकाश सांसदों और विधायकों को संगठनात्मक मजबूती और पंच प्रण जैसे विषयों पर मार्गदर्शन देंगे।वहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह इस कार्यक्रम में वर्चुअली जुड़ सकते हैं। उनकी सुरक्षा को देखते हुए मैनपाट में पूरी तैयारियां पहले ही पूरी कर ली गई हैं।
छत्तीसगढ़ महतारी सांस्कृतिक कार्यक्रम
रात्रि भोज के बाद छत्तीसगढ़ महतारी (Chhattisgarh Mahtari) पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा, जिसमें छत्तीसगढ़ की संस्कृति की झलक सभी सांसदों और विधायकों को देखने मिलेगी।