कांकेर जिला अस्पताल में एक बार फिर सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर लापरवाही उजागर हुई है। दो दिन पहले देर रात एक युवक ने अस्पताल में कार्यरत नर्स के साथ छेड़छाड़ की कोशिश की। सौभाग्य से अन्य स्टाफ ने समय रहते हस्तक्षेप कर नर्स को बचा लिया, लेकिन इस घटना ने अस्पताल की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
घटना के बाद अस्पताल के स्टाफ नर्सों और कर्मचारियों में भय और आक्रोश का माहौल है। उनका आरोप है कि यह पहली बार नहीं हुआ है, फिर भी प्रशासन सुरक्षा को लेकर कोई पुख्ता इंतजाम नहीं कर रहा।
CCTV कैमरे बंद और पुलिस सहायता केंद्र निष्क्रिय — यह अस्पताल की सबसे बड़ी खामियां हैं। कर्मचारियों ने बताया कि निगरानी के लिए लगाए गए कैमरे महीनों से बंद पड़े हैं, जबकि परिसर में मौजूद पुलिस सहायता केंद्र सिर्फ नाम का रह गया है। घटना की शिकायत मिलने पर आरोपी को गिरफ्तार जरूर किया गया, लेकिन कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर भरोसा अब भी टूटा हुआ है।
कर्मचारियों की मांग है कि अस्पताल में 24×7 सुरक्षा व्यवस्था बहाल की जाए, सभी CCTV कैमरे तत्काल चालू किए जाएं, और अस्पताल परिसर में सख्त नियम लागू किए जाएं।
कर्मचारियों का कहना है कि वे दिन-रात मरीजों की सेवा में लगे हैं, लेकिन बढ़ती घटनाओं और असुरक्षा के माहौल में काम करना बेहद कठिन होता जा रहा है। अब देखना यह है कि प्रशासन कब तक इस गंभीर मांग पर ठोस कार्रवाई करता है।