कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर मचे सियासी घमासान पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने स्पष्ट संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक मुख्यमंत्री पद पर अंतिम निर्णय पार्टी के आलाकमान को लेना है, और किसी को भी इस मुद्दे पर बेवजह विवाद नहीं खड़ा करना चाहिए।
दरअसल, कर्नाटक में सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार के बीच रोटेशनल सीएम फॉर्मूले की अटकलें लंबे समय से चल रही हैं। हाल ही में कांग्रेस विधायक एचए इकबाल हुसैन ने बयान दिया था कि दो-तीन महीने में शिवकुमार को मुख्यमंत्री पद मिल सकता है। इससे पहले सहकारिता मंत्री केएन राजन्ना ने भी इस मुद्दे पर भड़काऊ टिप्पणी की थी।
इन सबके बीच खरगे ने साफ किया कि मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी नेता का व्यक्तिगत बयान मायने नहीं रखता। यह निर्णय केवल पार्टी आलाकमान के अधिकार क्षेत्र में है। उन्होंने दोहराया कि ऐसी संवेदनशील स्थिति में कोई भी अनावश्यक विवाद न खड़ा करे।
2023 में जब कांग्रेस सत्ता में आई थी, तब यह चर्चा थी कि सिद्धारमैया और शिवकुमार 2.5-2.5 साल के लिए बारी-बारी से मुख्यमंत्री बनेंगे। हालांकि, पार्टी ने इस पर अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। वर्तमान में सिद्धारमैया की साढ़े दो साल की अवधि करीब पूरी होने को है, और शिवकुमार अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।