हजरत मौलाना मुफ्ती जाकिर हुसैन नईमी और ताजुल औलिया सैय्यद मोहम्मद पीर जलालुद्दीन अशरफी की तकरीर से महकेगी महफिल
दुर्ग।
अंजुमन इस्लाहुल मुस्लिमीन कमेटी, शहर दुर्ग द्वारा लगातार 60वें वर्ष भी वार्षिक 10 रोजा जलसा (प्रवचन कार्यक्रम) का आयोजन किया जा रहा है। यह ऐतिहासिक कार्यक्रम 27 जून 2025 (1 मोहर्रम) शुक्रवार से प्रारंभ होकर 6 जुलाई 2025 (10 मोहर्रम) रविवार तक चलेगा।
अंजुमन के पदाधिकारी जुनैद लाल आज़मी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्यक्रम पिछले 59 वर्षों से धार्मिक, सामाजिक और आध्यात्मिक एकता का प्रतीक रहा है और इस वर्ष इसकी हीरक जयंती मनाई जा रही है। हर साल की तरह इस वर्ष भी हजारों की संख्या में लोग इसमें भाग लेंगे।
इस 10 दिवसीय जलसे में हजरत मौलाना मुफ्ती जाकिर हुसैन नईमी साहब, मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) से तशरीफ ला रहे हैं, जो पूरे 10 दिनों तक (1 मोहर्रम से 10 मोहर्रम) तकरीर फरमाएंगे।
कार्यक्रम की विशेषता यह है कि इस बार हुजूर ताजुल औलिया, हजरत सैय्यद मोहम्मद पीर जलालुद्दीन अशरफ अशरफी उल जिलानी, कीछोछा शरीफ, अम्बेडकर नगर (उत्तर प्रदेश) से तशरीफ ला रहे हैं। वे 5 जुलाई (9 मोहर्रम) और 6 जुलाई (10 मोहर्रम) को तकरीर करेंगे। उनकी आमद को लेकर शहर में उत्साह और श्रद्धा का वातावरण है। हजरत सैय्यद साहब सिर्फ मुस्लिम समाज ही नहीं, अन्य समाजों में भी अत्यंत श्रद्धा और सम्मान के साथ पूजे जाते हैं।
कार्यक्रम में महिलाओं के लिए अलग से विशेष व्यवस्था की गई है, जिससे वे भी आसानी से जलसे की रूहानी बातों से लाभान्वित हो सकें। कमेटी ने सभी शहरवासियों से अपील की है कि वे इस रूहानी महफिल में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर इमाम हुसैन अ.स. की याद में आयोजित इस महफिल से फ़ैजयाब हों और कार्यक्रम को सफल बनाएं।
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सादर:
अंजुमन इस्लाहुल मुस्लिमीन कमेटी
शहर दुर्ग