ललितपुर। उत्तर प्रदेश के ललितपुर से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। जखौरा थाना क्षेत्र के सांकरवार कला गांव में एक बुजुर्ग ने सीएम योगी को पत्र लिखकर अपना दुःख साझा किया है। बुजुर्ग की पत्नी अपने 30 साल के प्रेमी के साथ घर से भाग गई। महिला जाते-जाते घर में रखे बहुओं के कीमती गहने भी साथ ले गई। इस घटना से पूरा परिवार हैरान और परेशान है।
इस घटना से दुखी पति हरिराम पाल ने सबसे पहले जखौरा थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई। लेकिन जब वहां से कोई मदद नहीं मिली, तो उन्होंने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई। हरिराम का आरोप है कि उनकी पत्नी भगवती को गांव के ही एक 30 वर्षीय युवक, कृष्णपाल झा ने बहला-फुसलाकर भगा लिया है।
2 महीने से थी लापता
हरिराम ने बताया कि उनकी पत्नी करीब 2 महीने पहले अचानक लापता हो गई थी। पहले उन्हें लगा कि वह किसी रिश्तेदार के घर गई होंगी, लेकिन जब कई दिनों तक कोई खबर नहीं मिली और घर में रखे बहुओं के गहने भी गायब मिले, तब उन्हें शक हुआ कि कुछ गड़बड़ है।हरिराम के घर में 4 बहुएं हैं। जब उन्हें पता चला कि उनकी सास प्रेमी के साथ भाग गई है और साथ में उनके गहने भी ले गई है, तो वे सदमे में आ गईं। बहुओं का कहना है कि एक तरफ उन्हें समाज में शर्मिंदगी झेलनी पड़ रही है और दूसरी तरफ उनकी मेहनत की कमाई भी चली गई। एक बहू ने कहा कि हमें यकीन ही नहीं हो रहा कि ऐसा कुछ हो सकता है। यह हमारे लिए बहुत बड़ा झटका है।
महिला ने थाने में जाकर कहा, नहीं रहना चाहती परिवार के साथ
इस मामले में जखौरा थाना प्रभारी का कहना है कि भगवती नाम की महिला कुछ हफ्ते पहले खुद थाने आई थीं और साफ तौर पर कहा था कि वह अब अपने पति और उसके परिवार के साथ नहीं रहना चाहती। पुलिस के अनुसार महिला बालिग है और उसने अपनी मर्जी से यह फैसला लिया है, इसलिए पुलिस ने कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की। थाना प्रभारी ने कहा कि महिला अपनी इच्छा से गई है, इसलिए जबरदस्ती कुछ नहीं किया जा सकता।
अब CM योगी से न्याय की उम्मीद
हरिराम पाल ने अब ललितपुर के पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित एक पत्र सौंपा है। उन्होंने मांग की है कि पूरे मामले की जांच कराई जाए और उनकी पत्नी को वापस लाया जाए। उनका कहना है कि सिर्फ पत्नी के भागने का मामला नहीं है, बल्कि गहनों की चोरी भी एक बड़ा अपराध है और पुलिस को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। हरिराम ने भावुक होकर कहा कि अब इस उम्र में कोई सहारा नहीं बचा। पत्नी के जाने से घर टूट गया। बहुएं मायके चली गईं, घर वीरान हो गया है।