दिल्ली। देश में कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं। 2 जून को सुबह 8:00 बजे तक देश में कोरोना के सक्रिय मामले 3961 हो गए हैं। इस साल संक्रमण की वजह से होने वाली कुल मौतों का आंकड़ा 32 हो गया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, बीते दिन के मुकाबले सक्रिय मरीजों की संख्या में 203 की बढ़ोतरी देखी गई, जबकि इस दौरान चार लोगों ने दम तोड़ा।
ताजा आंकड़ों के मुताबिक, कल से अब तक सबसे ज्यादा 47 मामले दिल्ली में सामने आए हैं। इसके बाद पश्चिम बंगाल में 44, केरल में 35, महाराष्ट्र में 21, गुजरात में 18 और कर्नाटक में 15 नए मामले दर्ज किए गए। उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां कल से अब तक आठ नए मामले दर्ज किए गए हैं। ऐसे ही राजस्थान में सात, मध्य प्रदेश में चार, बिहार में तीन और छत्तीसगढ़ में एक मामला सामने आया है।
कोरोना से होने वाली मौतों की बात करें तो रविवार से अब तक दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में एक-एक संक्रमितों की मौत दर्ज की गई है। दिल्ली में 22 वर्षीय महिला की मौत हुई है। उसे पहले से ही फेफड़ों से संबंधित बीमारी थी। तमिलनाडु में 25 वर्षीय पुरुष को अस्थमा जैसी शिकायतें थी। ऐसे ही महाराष्ट्र में 44 वर्षीय पुरुष की जान गई है। उसे कोरोना के साथ अन्य बीमारी थी। केरल से विस्तृत जानकारी का इंतजार है।
इससे पहले शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य और आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव ने आश्वासन दिया था कि केंद्र किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। जाधव ने एएनआई से कहा, ‘हमारा केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग और आयुष मंत्रालय पूरी तरह सतर्क है और सभी राज्यों में स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है। हमने संबंधित स्वास्थ्य और आयुष सचिवों के साथ-साथ अन्य संबंधित मंत्रियों से बात की है।’ उन्होंने कहा कि पिछली कोविड-19 लहरों के दौरान विकसित किए गए बुनियादी ढांचे की समीक्षा की गई है और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयारी चल रही है।
इस बीच राज्य में मौजूदा कोविड-19 स्थिति को देखते हुए कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग ने एक सर्कुलर जारी कर सरकारी और निजी स्कूलों को स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य के हित में सावधानी बरतने को कहा है। निर्देश में कहा गया कि यदि स्कूली बच्चों को बुखार, खांसी, जुकाम और अन्य लक्षण दिखाई दें, तो उन्हें स्कूल न भेजें। डॉक्टर की ओर से बताए गए उचित उपचार और देखभाल के उपाय अपनाएं।