नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारत ने निर्णायक जवाब देते हुए पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। इस संयुक्त सैन्य कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है, जिसमें सेना, वायुसेना और नौसेना ने एकजुट होकर आतंकियों को उनकी जमीन पर सबक सिखाया।
🔥 कैसे हुआ ऑपरेशन सिंदूर?
सूत्रों के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर के तहत
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चार ठिकाने पाकिस्तान के भीतर (बहावलपुर, सियालकोट, मुरीदके आदि)
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और पांच ठिकाने PoK में थे।
तीनों सेनाओं ने सटीक निशाने वाले हथियारों का इस्तेमाल कर हमले को अंजाम दिया। खास बात यह रही कि भारतीय बलों ने अपनी जमीन से ही इन हमलों को अंजाम दिया।
🛑 पहलगाम हमला: एक बर्बर घटना
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम के बायसरन घाटी में छुट्टियाँ मना रहे 26 पर्यटकों (25 भारतीय, 1 नेपाली) को आतंकियों ने गोली मार दी थी। इसके बाद भारत सरकार ने स्पष्ट कर दिया था कि इसके दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा।
🇮🇳 भारत की रणनीति में संयम, पर असरदार प्रहार
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक:
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यह कार्रवाई पूरी तरह केंद्रित, गैर-उग्र और पहले से तय थी।
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किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने को निशाना नहीं बनाया गया।
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यह जवाब आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
“हमने टारगेट के चयन और हमला करने के तरीके में अत्यधिक संयम बरता है,” — रक्षा मंत्रालय
⚔️ ऑपरेशन का लक्ष्य: जैश और लश्कर
हमले के ज़रिए भारत ने पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के नेतृत्व और उनके आतंकी इंफ्रास्ट्रक्चर को सीधे निशाना बनाया। इन संगठनों को भारत में आतंक फैलाने की साजिश का दोषी माना जाता है।
🕊️ बालाकोट के 6 साल बाद फिर निर्णायक जवाब
यह कार्रवाई 2019 की बालाकोट एयरस्ट्राइक की याद दिलाती है, जब पुलवामा हमले के 12 दिन बाद भारत ने बालाकोट में आतंकी शिविर तबाह किए थे।