दिल्ली। देश के कई हिस्सों में अचानक मौसम ने करवट ली है। पश्चिमी विक्षोभ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन के प्रभाव से तेज हवाएं, गरज-चमक के साथ बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। इस बदलाव ने जहां लोगों को गर्मी से राहत दी है, वहीं फसलों और जनजीवन पर इसका असर देखने को मिल रहा है।
📌 बंगाल की खाड़ी से साइक्लोनिक सिस्टम का असर
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पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव क्षेत्र बना है।
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इससे 35-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
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अगले 24 घंटे में यह उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा और कमजोर होगा।
⚠️ पश्चिमी विक्षोभ की चेतावनी
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11-12 अप्रैल को उत्तर भारत में ओलावृष्टि और तेज बारिश की संभावना।
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जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड में प्रभाव ज़्यादा रहेगा।
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दिल्ली-NCR में भी हल्की बारिश और हवाएं चलने का अनुमान है।
🌦️ अगले 7 दिनों का विस्तृत पूर्वानुमान
10 अप्रैल:
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हरियाणा, पूर्वी यूपी, झारखंड, असम, मेघालय में ओलावृष्टि की संभावना।
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पूर्वी मध्य प्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ में भी असर।
10-11 अप्रैल:
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जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड, पंजाब में ओले और बारिश।
11 अप्रैल:
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पश्चिमी राजस्थान में धूल भरी आंधी।
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बिहार, यूपी, हरियाणा, असम, मेघालय में 50-60 किमी/घंटा की तेज आंधी।
11 से 13 अप्रैल:
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पूर्वोत्तर भारत (असम, मेघालय, अरुणाचल) में मूसलाधार बारिश।
अन्य राज्य:
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केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक में तेज हवाओं के साथ बारिश।
🌡️ तापमान में गिरावट
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उत्तर-पश्चिम भारत: अगले 3 दिन में 3-5 डिग्री तक गिरावट।
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मध्य भारत: तापमान 2-4 डिग्री तक गिर सकता है।
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राजस्थान, गुजरात, मध्यप्रदेश में गर्मी का प्रभाव अभी बना हुआ है।
👉 गुजरात के कांडला में 45.6°C रिकॉर्ड किया गया है, जो देश में सबसे ज़्यादा है।
📊 कौन-कौन से राज्य ज्यादा प्रभावित?
राज्य | असर |
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उत्तर प्रदेश, बिहार | आंधी और ओलावृष्टि |
जम्मू-कश्मीर, HP, UK | बारिश और बर्फबारी |
दिल्ली, हरियाणा, पंजाब | हल्की बारिश और हवाएं |
असम, मेघालय, अरुणाचल | भारी वर्षा |
राजस्थान, गुजरात | गर्मी और धूल भरी आंधी |
केरल, तमिलनाडु | तेज हवाओं के साथ वर्षा |