रायगढ़। रायगढ़ जिले के कुम्हार समाज के जनप्रतिनिधियों ने शनिवार को छत्तीसगढ़ शासन के वित्त मंत्री एवं रायगढ़ विधायक माननीय श्री ओपी चौधरी से सौजन्य भेंट कर समाज के पारंपरिक व्यवसाय से जुड़ी समस्याओं और सामाजिक मांगों को लेकर विस्तृत चर्चा की।

प्रतिनिधियों ने मंत्री को बताया कि वर्ष 2001 के शासनादेश के तहत कुम्हार समुदाय को हर साल 10 लाख लाल ईंट निर्माण के लिए मिट्टी की रॉयल्टी में छूट दी गई है, इसके बावजूद कई बार स्थानीय प्रशासन व पंचायतें इस कार्य को अवैध बताकर दंडात्मक कार्रवाई करती हैं। इस पर श्री चौधरी ने गंभीर रुख अपनाते हुए कहा कि भविष्य में इस प्रकार की शिकायत मिलने पर संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी, और जरूरत पड़ी तो उन्हें सेवा से बर्खास्त भी किया जा सकता है। उन्होंने समाज के लोगों से कहा कि अन्याय या दमन के खिलाफ न डरें, सरकार उनके साथ खड़ी है।
लाल ईंट व्यवसाय पर प्रशासनिक रोक को लेकर कुम्हार समाज की शिकायत, मंत्री ने दिया कार्रवाई का संकेत
समाज के प्रतिनिधियों ने यह भी मांग उठाई कि फ्लाई ऐश का बड़े पैमाने पर उपयोग करने के बावजूद लाल ईंटों की उपेक्षा की जा रही है। अगर शासन द्वारा फ्लाई ऐश समाज को निशुल्क प्रदान किया जाए, तो उसका उपयोग बड़े पैमाने पर कर निर्माण कार्यों में योगदान दिया जा सकता है।
पारंपरिक व्यवसाय को लेकर कुम्हार समाज ने उठाई आवाज, ओपी चौधरी ने दिया न्याय का आश्वासन
इसके अतिरिक्त, वर्षों से लंबित सामुदायिक भवन निर्माण की मांग को भी प्रतिनिधियों ने दोहराया। उन्होंने कहा कि समाज को मांगलिक और सामाजिक आयोजनों के लिए भवन की जरूरत है, जिस पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इस पर मंत्री ने जल्द समाधान का भरोसा दिलाया।
बैठक के अंत में समाज के प्रतिनिधियों ने आगामी मई माह में आयोजित होने वाले कुम्हार समाज सम्मेलन में श्री ओपी चौधरी को बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया, जिसे उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया।
यह मुलाकात कुम्हार समाज के हक और सम्मान की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।