दुर्ग शहर में भारी लोडेड वाहनों की बेलगाम आवाजाही आमजन के लिए बड़ी समस्या बन चुकी है। हाल ही में एक दर्दनाक हादसे में सुबह स्कूल जा रही छात्रा को तेज रफ्तार रेती भरी डंपर ने कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना के बाद भी प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। आम नागरिकों का आरोप है कि इस तरह के मामलों में मोटर व्हीकल एक्ट के तहत सिर्फ नाम मात्र की कार्रवाई होती है। ड्राइवर को तुरंत जमानत मिल जाती है और वाहन मालिक को भी जल्द ही कोर्ट से अपना वाहन वापस मिल जाता है। लेकिन जिनकी जान जाती है, उनके परिवार को न्याय नहीं मिल पाता।
राजेंद्र प्रसाद चौक पर भारी वाहनों की आवाजाही बनी खतरा
राजेंद्र प्रसाद चौक, दुर्ग में आए दिन बड़ी-बड़ी ट्रकें बिना रोक-टोक शहर में घुस रही हैं, जिससे दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। प्रशासन द्वारा नो एंट्री क्षेत्र घोषित होने के बावजूद भारी वाहन दिनभर इस क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं। हाल ही में रायपुर नाका वाई-शेप ब्रिज पर एक ट्रक दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जिससे पूरे रोड पर लंबा जाम लग गया। इससे आम जनता को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। इस तरह की घटनाओं से लोगों की सुरक्षा को गंभीर खतरा बना हुआ है।


पुलिस-प्रशासन की लापरवाही से बढ़ रही समस्या
शहर में नो एंट्री जोन और नो एंट्री टाइम का पालन कराने की जिम्मेदारी पुलिस की है, लेकिन आए दिन देखने में आता है कि पुलिस की मौजूदगी में भी भारी वाहन तेज रफ्तार से गुजरते हैं या नो एंट्री क्षेत्र में प्रवेश कर जाते हैं। लोगों का आरोप है कि कुछ पुलिसकर्मी अवैध तरीके से घूस लेकर इन नियमों का उल्लंघन करने देते हैं। यह स्थिति न केवल ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाती है, बल्कि आम जनता की सुरक्षा को भी खतरे में डालती है।
भारी वाहनों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग
इस गंभीर समस्या को देखते हुए शहर के नागरिकों ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक (एसपी) से निवेदन किया है कि –
- नो एंट्री जोन और नो एंट्री टाइम के नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए।
- भारी लोडेड वाहनों की दिन में आवाजाही पर सख्त रोक लगाई जाए।
- ट्रैफिक पुलिस को विशेष रूप से निर्देश दिए जाएं कि वे नियमों के उल्लंघन को अनदेखा न करें और दोषी वाहन चालकों पर कड़ी कार्रवाई करें।
- ऐसे मामलों में ड्राइवर और वाहन मालिक पर गैर इरादतन हत्या जैसे गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए, ताकि दोबारा कोई लापरवाही न कर सके।
- शहर के संवेदनशील क्षेत्रों, खासकर राजेंद्र प्रसाद चौक और अन्य प्रमुख चौराहों पर स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं, ताकि भारी वाहनों की गति नियंत्रित की जा सके।
आम जनता की सुरक्षा सर्वोपरि
इस मामले में प्रशासन की निष्क्रियता ने नागरिकों को गहरी चिंता में डाल दिया है। यदि समय रहते इस समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया, तो भविष्य में और भी बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती हैं। इसलिए आम जनता की मांग है कि प्रशासन तत्काल ठोस कदम उठाए और शहर की सड़कों को सुरक्षित बनाए।