कटघोरा (कोरबा)। वन विभाग में भ्रष्टाचार का एक और मामला सामने आया है। वन मंडल कटघोरा के अंतर्गत तीसरे से लेकर दसवें वर्ष तक के पुराने वृक्षारोपणों के रखरखाव व मेंटेनेंस के लिए सीईओ कैम्पा रायपुर द्वारा ₹55,57,100 की राशि स्वीकृत की गई थी। लेकिन हैरानी की बात यह है कि जिन वृक्षारोपणों के लिए यह राशि दी गई थी, वे धरातल पर मौजूद ही नहीं हैं।
सूत्रों के मुताबिक, यह पूरी राशि खर्च हो चुकी है, लेकिन हकीकत में उन वृक्षों का कोई अता-पता नहीं है। बड़ी विडंबना यह है कि प्रदेश में ऐसे IFS अधिकारी बैठे हैं जो बिना किसी प्लांटेशन के ही उनके रखरखाव के लिए आई राशि को ठिकाने लगा देते हैं। वहीं, उच्च अधिकारी बिना जांच-पड़ताल के इन्हें लगातार राशि जारी करते रहते हैं।
जांच में उजागर हुआ बड़ा फर्जीवाड़ा
पूर्व में हुई इंटर-सर्कल जांच में यह खुलासा हो चुका है कि इन सभी वृक्षारोपण परियोजनाओं की असफलता की पुष्टि हो चुकी है। प्रशासन स्तर पर इसकी लिस्टिंग भी कर ली गई थी, बावजूद इसके, मुख्यालय से इस संदिग्ध परियोजना के लिए करोड़ों की राशि जारी की जाती रही।
जिम्मेदार अधिकारियों से हो वसूली
इस घोटाले की नेशनल कैम्पा से जांच कराकर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है। साथ ही, इस फर्जीवाड़े की पूरी राशि संबंधित DFO और SDO से वसूल करने की आवश्यकता है। यदि समय रहते इस मामले पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वन विभाग में इस तरह के भ्रष्टाचार को और बढ़ावा मिलेगा।
– 4thPiller.com