दिल्ली में फिर निर्भया कांड: 700 CCTV कैमरों को खंगाला, आखिरकार ऐसे पकड़े गए सराय काले खां गैंगरेप के गुनहगार!

दिल्ली। देश की राजधानी एक बार फिर शर्मसार हुई है। दिल्ली में एक और निर्भया कांड सामने है। दिल्ली पुलिस के पुराने मुख्यालय से कुछ मीटर की दूरी आईटीओ पर एक युवती से हैवानियत की हदें पार कर दी गईं। तीन दरिंदों ने युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। उसके बाद ऑटो चालक ने भी युवती के साथ ऑटो में दुष्कर्म किया। बार-बार हुई हैवानियत से युवती का मानसिक संतुलन बिगड़ गया।

ओडिशा की रहने वाली युवती (34) अर्धनग्न अवस्था में राजघाट से पैदल चलते हुए सराय कालेखां पहुंच गई। इस दौरान युवती के निजी अंगों से लगातार खून बहता रहा, मगर रिंग रोड पर उस समय गुजरे हजारों वाहनों में से किसी को युवती पर दया नहीं आई। यह घटना 10 और 11 अक्तूबर की रात करीब 9.30 बजे घटी।

पुलिस की गिरफ्त में तीनों आरोपी
दिल्ली पुलिस ने अब मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने तीन दरिदों को गिरफ्तार किया है। तीनों ने ही युवती के साथ दरिंदगी की थी। 700 सीसीटीवी कैमरे और 150 से अधिक ऑटो रिक्शा वालों से पुलिस ने पूछताछ की तब दरिंदे हाथ आए।

पुलिस ने जानकारी दी है कि पीड़िता का अभी भी इलाज हो रहा है। पुलिस की गिरफ्त में आए तीनों आरोपियों की पहचान हो गई है। आरोपियों की पहचान प्रमोद बाबू, प्रभु महतो और मोहम्मद शम्सुल के रूप में हुई है।

ऐसे पकडे़ गए दरिंदे
दर्दनाक घटना के सामने आने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस ने 10 टीमें लगाई। लगातार जांच की गई, पुलिस की टीमों ने करीब 700 सीसीटीवी कैमरों की जांच की। इसके अलावा ऑटो चालकों से भी पूछताछ की। तब आरोपी पुलिस के हाथ लगे।

गंभीर हालत में मिली थी युवती
आपको बता दें कि 10 अक्तूबर की देर रात करीब तीन बजे पीसीआर पर सूचना मिली थी कि सराय काले खां इलाके में एक युवती गंभीर हालत में मिली है। यह सूचना सराये काले खां पर युवती को देखकर एक नौसेना के अधिकारी ने पुलिस को दी। नौसेना के अधिकारी ने बताया कि युवती के शरीर से खून बह रहा है।

तीनों आरोपियों की पहचान हुई
दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने बताया कि अगर नौसेना अधिकारी पुलिस को सूचना नहीं देते तो युवती की मौत भी हो सकती थी। एम्स में युवती के निजी अंगों का ऑपरेशन हुआ है। गहरा सदमा लगने के कारण युवती अभी एम्स के मनोचिकित्सक विभाग में भर्ती है। दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस ने करीब 21 दिन की कड़ी मेहनत से तीन आरोपियों ऑटो चालक प्रभु, कबाड़ी की दुकान पर काम करने वाला प्रमोद और शमशुल लंगड़ा को गिरफ्तार किया है।

पीड़िता से सोशल वर्कर बनकर मिली थी महिला सिपाही
दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तार करने की पुष्टि की है। आरोपियों के पकड़े जाने के बाद पीड़ित युवती के साथ दरिंदगी का खुलासा हुआ है। आरोपियों को पकड़ने के लिए महिला सिपाही संगीता पीड़िता से सोशल वर्कर बनकर मिली थी। उसके बाद पीड़िता ने अपने साथ हुई दरिंदगी बयां की। एसीपी ऐश्वर्या सिंह ने पीड़िता को न्याय दिलाना अपना उद्देश्य बना लिया था। पुलिस ने पीड़िता की खून से सनी सलवार गांधी स्मृति वाले सर्विस रोड से बरामद कर ली है। आरोपी प्रभु का ऑटो भी बरामद कर लिया गया है।

नौकरी के बहाने दिल्ली बुलाया और फिर छोड़ दिया
सोशल वर्क में एमए डिग्री होल्डर युवती को किसी साथी ने उसे अच्छा काम दिलाने के लिए दिल्ली बुलाया था। वहां पर साथी इसका खर्चा उठाने लगा तो युवती उसको भारी पडऩे लगी। उसके बाद युवती किशनगढ़ थाना क्षेत्र में ननों के साथ रही। यहां पर उसका कुछ मानसिक संतलुन बिगड़ गया। फिर वह सड़क पर आ गई। किशनगढ़ थाने में एक नन ने इसकी रिपोर्ट दी। बताया जा रहा है कि ओडिशा में परिजनों को सूचना दी गई। परिजन उसे लेने दिल्ली आए मगर वह गई नहीं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Recent Post

Live Cricket Update

You May Like This

error: Content is protected !!

4th piller को सपोर्ट करने के लिए आप Gpay - 7587428786

× How can I help you?