बिना अनुमोदन के तीन महीने में 40 जेई और ईई के तबादले, प्रशासनिक प्रक्रिया पर सवाल

रायपुर। बिजली कंपनी के प्रबंध निदेशक बड़गैया द्वारा मुख्य अभियंता का अतिरिक्त कार्यभार संभाले जाने का मामला सामने आया है। उन्होंने मानव संसाधन कार्यालय से अनुमति लिए बिना ही पिछले तीन महीने में 40 जूनियर इंजीनियर (जेई) और एग्जीक्यूटिव इंजीनियर (ईई) का तबादला कर दिया है, जो उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है। हर महीने औसतन 10 से 12 तबादलों की शिकायत सीएम से की गई है। इस बीच, इन तबादलों से प्रभावित जेई और ईई ने अतिरिक्त मुख्य अभियंता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

बता दें कि, मामले की शिकायत सीएम से की गई है। छत्तीसगढ़ के प्रमुख ईडी (ओएम) कार्यालय में करीब चार महीने से चीफ इंजीनियर (कार्यपालक निदेशक) के पद पर किसी वरिष्ठ अधिकारी की नियुक्ति नहीं हुई है। अतिरिक्त मुख्य अभियंता एमडी बड़गैया को इस पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके बाद से ही सहायक और कार्यपालक अभियंताओं के बीच पैसे के लेन-देन से जुड़े तबादलों के आरोप सामने आने लगे हैं। पिछले तीन-चार सालों से अधिकारियों का तबादला नहीं किया गया है।

इस मामले को लेकर इंजीनियर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कार्यपालन अभियंता एसके राठौर के साथ सीएम विष्णुदेव साय और चेयरमैन को पत्र लिखकर अपनी चिंता जाहिर की है। राठौर ने आरोप लगाया है कि एमडी बड़गैया 31 जनवरी 2025 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। इसके मद्देनजर बड़गैया लगातार जूनियर इंजीनियर और कार्यपालन अभियंताओं के तबादले के आदेश जारी कर रहे हैं, जिससे उन्हें अनावश्यक परेशानी हो रही है। साथ ही बताया गया है कि जिन लोगों का तबादला नहीं किया जा रहा है, उनसे मोटी रकम वसूली जा रही है।

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