भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस में उठा-पुथल मची हुई है। पार्टी के कई बड़े नेताओं ने जहां एक तरफ पार्टी का साथ छोड़ रहे है, वहीं अब कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। मध्य प्रदेश के पूर्व नेता प्रतिपक्ष और दिग्गज कांग्रेस नेता डॉ गोविंद सिंह ने राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी है। वह अब कोई भी चुनाव नहीं लड़ेंगे। गोविंद सिंह ने इसकी घोषणा लहर में आयोजित एक सभा में की।
उन्होंने लहार की जनता को 33 वर्षों तक विधायक बनाए रखने के लिए धन्यवाद भी किया है। डॉक्टर गोविंद सिंह ने मंच से कहा कि अब वह ना नेता प्रतिपक्ष है ना पूर्व और ना भूतपूर्व विधायक। अब वह सिर्फ जनता के लिए 1990 से पहले वाले डॉक्टर गोविंद सिंह है। इस दौरान गोविंद सिंह ने बीजेपी पर EVM में फर्जीवाड़ा के जरिए सत्ता हथियाना का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि 2019 की लोकसभा चुनाव से पहले ईवीएम मशीनों में छेड़छाड़ करने वाले कुछ लोग मिले थे, जिन्होंने बीजेपी और कांग्रेस के वोट मशीन पर किस तरह गड़बड़ी कि जा सकती हैं, उसका एक डेमो दिखाया था। जिससे इस बात पर यकीन किया जा सकता है कि चुनाव प्रभावित करने के लिए ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी की जाती है।
वही 2023 के विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि इस बार शुरू से चल रहा था कि कांग्रेस सत्ता में आएगी और वह चुनाव जीत रही है। अधिकारी से लेकर सभी सर्वे एजेंसी, आम जनता की इस बात का भरोसा दिला रहे थे। लेकिन चुनाव नतीजा हमारे विपरीत आए। गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि उनकी पार्टी 160 सीट जीतेगी और चुनाव में भाजपा ने 163 सीटे जीती। उनका इतना सटीक अंदाजा देखकर कह सकते हैं कि मशीनों में गड़बड़ करके ही यह सरकार बनी है।