बलौदाबाजार जिला के कसडोल थाना में पदस्थ दो आरक्षकों पर गाज गिरा है, दरअसल कसडोल थाना में पदस्थ आरक्षक अनुराग कोसरिया और लोरिक शांडिल्य पर प्रार्थीओ से काम करवाने की एवज में अवैध पैसा लेने का आरोप कसडोल थाना क्षेत्र के मनबोध सहित इंद्र कुमार शर्मा ने वरिष्ठ पुलीस अधीक्षक दीपक कुमार झा से लिखित शिकायत किया है पीड़ित मनबोध साहू ने बताया कि उनकी नाबालिक बेटी को शादी का झांसा देकर भगा ले जाने वाले आरोपी के ऊपर कसडोल पुलिस ने पॉस्को एक्ट सहित धारा 376 की धारा न लगाते हुये पुलिस ने आरोपी से लेनदेन कर सामान्य 151 की धारा लगाकर छोड़ दिया गया
साथ ही पीड़ित मनबोध ने आरक्षक अनुराग कोसरिया पर आरोप लगाया है की उनकी बेटी को तलाशने की एवज में पहले 3000 की मांग किया गया फिर बेटी को लाने के बाद दस हजार की मांग की गई आपको बता दे आरक्षक पर ये भी आरोप लगाया जा रहा हैं की वो थाना क्षेत्र में खुद को एसपी का खास बताकर लगातर अवैध उगाही का काम भी कर रहा था साथ ही पूर्व में एक बार बर्खास्त भी हो चुका है। इसके अलावा इंद्र कुमार शर्मा ने आरोप लगाया कि उक्त दोनों आरक्षकों ने उसके पुत्र को जेल नही भेजने की एवज में पैसों की मांग किया था जिसके बाद एसएसपी ने कार्रवाई की है।
बलौदाबाजार- भाटापारा जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार झा ने मामले की गम्भीरता को देखते और पुलिस विभाग के नाम को कलंकित करने वाले दो आरक्षकों को फिर हाल लाइन अटैच कर दिए है और सभी मामलों में जांच कर दोषी आरक्षकों पर कड़ी कार्यवाही का आश्वाशन दिए है आपको बता दे अनुराग कोसरिया पूर्व में एक बार बर्खास्त हो चुके है अब देखना दिलचस्प होंगा की पुलिस विभाग अपने जवानों की शिकायत पर कितनी पारदर्शिता भरा चश्मा का उपयोग कर कार्यवाही करता है।