रायपुर। केंद्र सरकार ने पांच साल पहले आम लोगों को स्वास्थ सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से सितम्बर 2018 को 5 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए आयुष्मान कार्ड योजना शुरू की थी। लेकिन कई बड़े राज्य योजना के क्रियान्वयन में पीछे दिख रहे हैं। करीब तीन करोड़ से कुछ ही ज्यादा आबादी वाले छत्तीसगढ़ में अब तक 2 करोड़ 2 लाख ज्यादा लोगों के कार्ड इस योजना के तहत बनाए जा चुके हैं। राज्य में साढ़े 1650 सरकारी और निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपए का मुफ्त इलाज की सुविधा मिल रही है।
आपको बता दे, अस्पतालों में इलाज के बढ़ते खर्च को देखते हुए केंद्र सरकार ने आयुष्मान भारत योजना शुरू की थी। हालांकि ओडिशा, पश्चिम बंगाल जैसे कई राज्यों ने अपने यहां इस योजना को लागू नहीं किया है। लेकिन महाराष्ट्र, गुजरात, बिहार जैसे घनी आबादी वाले राज्यों में आयुष्मान कार्ड का क्रियान्वयन काफी धीमा है। छत्तीसगढ़ में 6 माह पहले तक सिर्फ 1 करोड़ 36 लाख लोगों को ही आयुष्मान कार्ड बने थे। लेकिन अगस्त 2023 आते तक यह आंकड़ा 2 करोड़ के पार जा पहुंचा। छत्तीसगढ़ की आबादी की बात किए जाए तो राज्य के 66 फीसदी लोगों के पास आज की तारीख में आयुष्मान कार्ड उपलब्ध हैं। ये हैरान करने वाला आंकड़ा इसलिए भी है कि प्रतिशत के हिसाब से छत्तीसगढ़ आयुष्मान कार्ड की संख्या में आगे चल रहा है। अगर स्थिति ऐसी ही रही तो कुछ महीनों में छत्तीसगढ़ उप्र, मध्यप्रदेश से भी आगे हो जाएगा।
आयुष्मान भारत योजना के क्रियान्वयन में देश के सिर्फ दो राज्य उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश की आगे चल रहे हैं। 22 करोड़ 89 लाख की आबादी वाले उत्तरप्रदेश में अब तक 3 करोड़ से ज्यादा कार्ड बनाए जा चुके हैं। इसी तरह 8 करोड़ 37 लाख की आबादी वाले मध्यप्रदेश में 3.62 करोड़ आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं।
1650 अस्पताल आयुष्मान कार्ड के लिए पंजीबद्ध
आयुष्मान भारत योजना के तहत छत्तीसगढ़ में 1650 निजी और सरकारी अस्पताल पंजीबद्ध हैं । इनमें सबसे ज्यादा 260 अस्पताल रायपुर जिले के हैं। जबकि दुर्ग के 90 अस्पताल इस योजना के तहत पंजीबद्ध किए गए हैं। बाकी जिलों में भी काफी संख्या में अस्पतालों ने पंजीयन कराया है। आयुष्मान योजना के तहत राज्य में 27 लाख से ज्यादा लोग इस योजना का लाभ उठा चुके हैं।