नई दिल्ली/रायपुर। मिशन 2023 की तैयारियों में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने छत्तीसगढ़ विधानसभा की 90 सीटों में से करीब 27 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की लिस्ट को फाइनल कर दिया है। नई दिल्ली में देर रात तक चली बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, बीजेपी के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, नितिन नवीन, डॉ.मांडविया, पूर्व सीएम रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, महामंत्री अजय जामवाल, पवन साय, विजय शर्मा और ओपी चौधरी शामिल रहे।
बता दें कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नारा दिया था- ‘जीतेगा कमल और खिलेगा कमल’। यहीं से संकेत मिल गए थे कि इस बार का चुनाव अब केंद्रीय टीम के हाथ में चला गया है। इसके लिए जल्द ही कुछ नए परिणाम दिख सकते हैं। अब माना जा रहा है कि BJP इस बार टिकट का बंटवारा और चुनाव के सभी बड़े फैसले दिल्ली में ही करेगी। इससे पहले प्रदेश चुनाव समिति की सूची पर शीर्ष नेतृत्व की मुहर लगती रही है।
27 सीटों को 4 केटेगरी में बांटकर चर्चा
सूत्रों के हवाले से मिली जानकरी के अनुसार नड्ढा की अध्यक्षता में चुनाव समिति ने छत्तीसगढ़ की बी सी और डी कैटेगरी की कुल 27 सीटों को लेकर चर्चा हुई। सभी के लिए उम्मीदवारों के पैनल पर भी चर्चा की गई है। ए श्रेणी पर चर्चा अंतिम चरण में होगी। ये वो सीटें हैं जहां जहां जीत मिली और कांग्रेस के मंत्री और वरिष्ठ विधायक मैदान में रहे और पार्टी की स्थिति मजबूत है।
बताया जा रहा है कि चर्चा में राज्य इकाई की तरफ से सीटों के कैटेगराइजेशन को केंद्रीय चुनाव समिति के सामने रखा गया। जिन 27 सीटों को लेकर चर्चा हुई, उनमें से कुल 22 सीटें ‘बी’ और ‘सी’ कैटेगरी और 5 सीटें ‘डी’ कैटेगरी में रखा गया है।
‘बी’ कैटेगरी में उन सीटों को रखा गया है जिन पर बीजेपी उम्मीदवार कभी हारे और कभी जीते हैं। ‘सी’ कैटेगरी में उन सीटों को रखा गया जिन्हें पार्टी दो बार से ज्यादा हारी है और ‘डी’ कैटेगरी में उन सीटों को रखा गया है जिन पर बीजेपी कभी नहीं जीती है। इन कमजोर सीटों पर उम्मीदवारों के नामों के पैनल पर भी चर्चा हुई है।
जातिगत समीकरण पर मंथन
सूत्रों के अनुसार डेढ़ घंटे तक चली इस बैठक में छत्तीसगढ़ की इन 27 सीटों पर जातिगत समीकरण को ध्यान में रखकर जिताऊ उम्मीदवारों के नामों पर भी चर्चा की गई है, लेकिन अभी यह साफ नहीं है कि इन उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कब की जाएगी। उससे पहले तय प्रत्याशियों को तैयारी का इशारा कर दिया जाएगा। कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा आलाकमान बड़े बदलाव करने के मूड में हैं। कई चेहरों को बदला जा सकता है।