मध्य प्रदेश में कुछ ही दिनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. राज्य में चुनाव के मद्देनजर शिवराज सरकार युवाओं की बिल्कुल भी नाराजगी नहीं लेना चाहती है. इसलिए एमपी सरकार उनको साधने के लिए अलग-अलग कोशिश कर रही है. इन्हीं में ऐसे एक ‘मुख्यमंत्री सीखो, कमाओ योजना’ है.
जिसके तहत युवाओं को स्टाइपेंड दिया जा रहा है. बता दें कि पहले इस योजना की शुरूआत 1 अगस्त से होनी थी, लेकिन अब आज 13 अगस्त से होगी तो चलिए आपको बताते हैं कि इस योजना की पात्रता क्या है और कैसे आप इसका फायदा उठा सकते हैं…
‘मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना’ क्या है?
‘मुख्यमंत्री सीखो कमाओ योजना’ का उद्देश्य विभिन्न क्षेत्रों में युवाओं को उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए स्किल ट्रेनिंग प्रदान करना है. बता दें कि ट्रेनिंग के दौरान युवाओं को स्टाइपेंड या मानदेय भी मिलेगा. इस पहल का लक्ष्य विभिन्न क्षेत्रों में 800 युवाओं को ट्रेन करना है. ट्रेनिंग पीरियड के दौरान दिया जाने वाला टाइपेंड उम्मीदवार की योग्यता के आधार पर 8,000 से 10,000 रुपये तक होता है. ट्रेनिंग की अवधि आम तौर पर एक वर्ष तक होती है, हालांकि विशिष्ट कोर्सेज में 6 से 9 महीने की छोटी अवधि हो सकती है.
इस प्रोग्राम के तहत स्टाइपेंड इस प्रकार मिलेगा:
-12वीं पास उम्मीदवारों के लिए 8,000 रुपये प्रति माह
-आईटीआई पास उम्मीदवारों के लिए 8,500 रुपये प्रति माह
-डिप्लोमा पास उम्मीदवारों के लिए 9,000 रुपये प्रति माह
-स्नातक या उच्च शिक्षा योग्यता वाले लोगों के लिए 10,000 रुपये प्रति माह