गाइडलाइन दरों में तीन गुना से अधिक वृद्धि के विरोध में प्रदेशभर में प्रदर्शन—दुर्ग में BJP प्रदेश अध्यक्ष के काफिले को रोकने पर मचा बवाल
रायपुर/दुर्ग। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जारी ताज़ा गाइडलाइन दरों ने पूरे राज्य में हाहाकार मचा दिया है। पंजीयन विभाग के आदेश के बाद जिस जमीन का सरकारी मूल्य महज 700 रुपये था, वह अब बढ़कर 2200 रुपये हो गया है—यानी तीन गुना से भी अधिक।
यह अचानक की गई भारी वृद्धि उन गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों पर सीधा हमला है, जो वर्षों से अपने घर के सपने को पूरा करने के लिए थोड़ी-थोड़ी बचत जोड़ रहे थे।
सरकारी आदेश स्पष्ट करता है कि 20 नवंबर 2025 से नई दरें प्रभावी हो गई हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि गाइडलाइन दरों में इतने बड़े स्तर पर की गई वृद्धि का असर यह होगा कि—
गरीब वर्ग भूमि खरीदने की कल्पना भी नहीं कर पाएगा
गृह निर्माण में लागत एक झटके में आसमान छुंने लगेगी
बैंक लोन की EMI बढ़ जाएगी
रियल एस्टेट बाजार में जबरदस्त मंदी आने की संभावना है

जनता का आरोप है कि वर्तमान सरकार गरीब और आम नागरिकों को लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है, और यह निर्णय उसी कड़ी का हिस्सा है।
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दुर्ग में रजिस्ट्री दर बढ़ोतरी के खिलाफ उग्र प्रदर्शन
गाइडलाइन दरों में लगातार वृद्धि से नाराज जमीन कारोबारियों और आम नागरिकों ने मंगलवार को दुर्ग जिले में जोरदार प्रदर्शन किया।
इस दौरान पटेल चौक स्थित रजिस्ट्री कार्यालय के बाहर भारी भीड़ एकत्रित हुई। विरोध करते प्रदर्शनकारी अपनी मांगों का ज्ञापन कलेक्टर को सौंपकर लौट रहे थे कि तभी वहां से गुजर रहे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष किरण सिंह देव के काफिले को प्रदर्शनकारियों ने रोक दिया।
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काफिले को रोकने पर हंगामा, झूमाझटकी तक की नौबत
देखते ही देखते हालात बिगड़ने लगे।
प्रदर्शनकारियों और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच तीखी नोकझोंक शुरू हो गई।
भाजपा जिलाध्यक्ष पुरुषोत्तम देवांगन, कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह सहित अन्य कार्यकर्ता प्रदर्शनकारियों से भिड़ते दिखे।
मौके पर दोनों पक्षों के बीच झूमाझटकी भी हुई, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
हालात बिगड़ते देख मौके पर मौजूद पुलिस जवानों ने मोर्चा संभाला, भीड़ को हटाया और काफिले को आगे बढ़ाया। यह घटना दुर्ग कोतवाली थाना क्षेत्र के पटेल चौक पर हुई।
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किरण सिंह देव कार्यक्रम में शामिल होने आए थे
प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव दुर्ग में सांसद विजय बघेल के पुत्र के विवाह कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे, जिसके बाद वे राइस मिल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल बोथरा के घर शोक संवेदना व्यक्त करने निकले थे।
उसी दौरान लौटते समय प्रदर्शनकारियों का समूह उनके काफिले के सामने आ गया और विवाद शुरू हो गया।
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भिलाई जिला अध्यक्ष बोले—“झूमाझटकी नहीं हुई”
विवाद पर सफाई देते हुए भाजपा जिला अध्यक्ष पुरुषोत्तम देवांगन ने बयान दिया—
> “प्रदर्शनकारी सड़क पर खड़े थे और हमारे प्रदेश अध्यक्ष के काफिले को रोकने की कोशिश की। हमने उन्हें समझाया, और वे मान भी गए। कोई झूमाझटकी नहीं हुई है।”
लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों और वीडियो फुटेज में दोनों पक्षों की धक्का-मुक्की साफ़ दिखाई दे रही है।
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नई गाइडलाइन दरों पर लोगों का गुस्सा: ‘गरीब आदमी अब जमीन खरीदने का सपना भी मत देखो’
प्रदेशभर में नई दरों को लेकर जबरदस्त आक्रोश है।
लोगों का कहना है कि—
700 रुपये वाली जमीन 2200 रुपये करके सरकार ने आम जनता पर आर्थिक बोझ थोप दिया है
जमीन खरीदने की क्षमता अब सिर्फ अमीरों के पास रह जाएगी
गरीब और मध्यमवर्गीय लोग अब जमीन + मकान का सपना छोड़ दें
सरकार हर साल रजिस्ट्री दर बढ़ाकर अपनी कमाई बढ़ा रही है, जनता को सिर्फ महंगाई मिल रही है
गृह निर्माण व्यवसाय से जुड़े लोगों का भी कहना है कि इतनी भारी वृद्धि के बाद निर्माण कार्य की लागत अप्रत्याशित रूप से बढ़ जाएगी, जिससे सम्पूर्ण हाउसिंग सेक्टर पर गहरा असर पड़ेगा।
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नई गाइडलाइन दरों ने छत्तीसगढ़ में राजनीतिक और सामाजिक माहौल को गर्म कर दिया है।
सरकार का यह निर्णय न केवल गरीबों के लिए जमीन खरीदना मुश्किल बना देगा बल्कि रियल एस्टेट और निर्माण क्षेत्र पर भी इसका गंभीर असर पड़ेगा।
वहीं दुर्ग में भाजपा अध्यक्ष के काफिले को रोकने का मामला इस बहस को और अधिक संवेदनशील बना रहा है कि—
क्या जनता सरकार की नीतियों से इतनी नाराज़ हो चुकी है कि अब सड़क पर उतरकर नेताओं के काफिले तक रोक रही है?









