नई दिल्ली
रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत की अर्थव्यवस्था के 2025 में 7% और अगले वर्ष 6.5% की दर से बढ़ने का अनुमान लगाया है। मूडीज ने ग्लोबल मैक्रो आउटलुक में कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि को मजबूत इंफ्रा स्ट्रक्चर पर खर्च और ठोस उपभोग से समर्थन मिल रहा है। हालांकि, निजी क्षेत्र व्यवसायिक पूंजीगत व्यय को लेकर सतर्क बना हुआ है। रेटिंग एजेंसी को उम्मीद है कि भारत जी-20 देशों के सदस्यों में से सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा। यह 2027 तक 6.5% की दर से बढ़ेगा जिसे घरेलू व निर्यात विविधीकरण का समर्थन प्राप्त मिलेगा।
कैलेंडर वर्ष 2025 के लिए वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 7% रहने का अनुमान है जो 2024 के 6.7% से अधिक है। वास्तविक जीडीपी, आधार वर्ष 2011-12 पर आधारित होती है। कुछ उत्पादों पर 50% अमेरिकी शुल्क का सामना कर रहे भारतीय निर्यातकों ने निर्यात को पुनर्निर्देशित करने में सफलता हासिल की है। सितंबर में उनका कुल निर्यात 6.75% बढ़ा जबकि अमेरिका को निर्यात में 11.9% की गिरावट आई।
चीन के लिए अनुमान
चीन के लिए मूडीज ने अनुमान लगाया है कि 2025 उसकी में अर्थव्यवस्था पांच प्रतिशत बढ़ेगी जिसे सरकारी प्रोत्साहन और मजबूत निर्यात का समर्थन प्राप्त होगा। 2027 तक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि धीरे-धीरे घटकर 4.2% हो सकती है। रेटिंग एजेंसी ने कहा कि वैश्विक स्तर पर जीडीपी की वृद्धि दर 2026 और 2027 में 2.5 एवं 2.6% के बीच रहने का अनुमान है जो 2025 के 2.6% और 2024 के 2.9% से कम है।
मूडीज ने कहा कि व्यापार के मोर्चे पर बढ़ते प्रतिबंधों, अनिश्चितता के साथ चीन और अमेरिका के अलग होने की संभावना बढ़ गई है लेकिन अन्य वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं अपने संबंधों को मजबूत कर सकती हैं। जी-20 अर्थव्यवस्थाओं में दृष्टिकोण व्यापक रूप से भिन्न हैं। सकारात्मक पक्ष यह है कि नई तकनीकें उत्पादकता बढ़ा सकती हैं लेकिन नौकरियों और उद्योगों को भी बाधित कर सकती हैं।









