भोपाल
मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र(MP Vidhan Sabha Winter Session) एक से पांच दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा। इसकी अधिसूचना जारी हो गई है। विधानसभा का यह सत्र पांच दिवसीय होगा, जिसमें एक दिन का अवकाश होगा। इस दौरान कुल चार बैठकें होगी। सत्र में अनुपूरक बजट समेत चार विधेयक लाए जा सकते हैं। इसे लेकर विभागों ने तैयारियां शुरू कर दी है। वहीं, विपक्ष भी कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी में है।
एक दिसंबर से होगी शीतकालीन सत्र शुरुआत
मध्यप्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव अरविन्द शर्मा ने बुधवार, 29 अक्टूबर 2025 को शीतकालीन सत्र का नोटिफिकेशन जारी किया।
उनके मुताबिक, सत्र 1 दिसंबर 2025 से शुरू होगा और 5 दिसंबर 2025 को खत्म होगा। इस सत्र (Madhya Pradesh Assembly Winter Session 2025) में प्रदेश के अहम मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, जिसमें सरकारी विधेयक, बजट से जुड़ी बातें और दूसरे जरूरी फैसले शामिल होंगे।
ऑनलाइन-ऑफलाइन सवाल पूछ सकेंगे विधायक
मध्यप्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र 1 दिसंबर से शुरू होगा। जो 5 दिसंबर तक चलेगा। इस संबंध में विधानसभा सचिवालय ने अधिसूचना जारी कर दी है। शीतकालीन सत्र में विधायक ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरह से सवाल कर सकेंगे। विधायकों के सवालों की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी। सवाल लगाने के साथ विधायकों के ध्यान आकर्षण और अन्य प्रस्तावों की समय अवधि तय होगी।
प्रश्नोत्तर काल को मिलेगी प्राथमिकता
इस शीतकालीन सत्र में प्रश्नोत्तर काल (Question Hour) प्राथमिकता दी जाएगी। इसमें विधायक अलग-अलग विभागों से सवाल पूछ सकेंगे और उनके जवाब मिलेंगे।
इसके अलावा, सत्र के ज्यादातर दिनों में शासकीय कामकाज होगा, जैसे विधेयकों पर चर्चा, बजट से जुड़ी मांगें और बाकी जरूरी नीतिगत फैसले।विधायक दोनों तरीके से, यानी ऑनलाइन और ऑफलाइन, सवाल कर सकेंगे।
अरविंद शर्मा बनाए गए नए प्रमुख सचिव
बता दें कि, अरविंद शर्मा को एक अक्टूबर से विधानसभा के नए प्रमुख बनाया गया है। शर्मा के पहले अवधेश प्रताप सिंह विधानसभा के प्रमुख सचिव थें, जो 30 सितंबर को रिटायर होने के बाद मध्यप्रदेश मानवा अधिकार आयोग के सदस्य बनाए गए।
जानें शीतकालीन सत्र का पूरा कार्यक्रम:
सोमवार, 1 दिसंबर 2025 – इस दिन सत्र की शुरुआत होगी, जिसमें प्रश्नोत्तर काल और शासकीय कार्यों पर चर्चा की जाएगी।
मंगलवार, 2 दिसंबर 2025 – इस दिन भी प्रश्नोत्तर और शासकीय कार्यों पर केंद्रित कार्यवाही होगी।
बुधवार, 3 दिसंबर 2025 – इस दिन विधानसभा में अवकाश घोषित किया गया है, यानी इस दिन कोई कार्यवाही नहीं होगी।
गुरुवार, 4 दिसंबर 2025 – कार्यवाही फिर से प्रश्नोत्तर और शासकीय कार्यों पर केंद्रित होगी।
शुक्रवार, 5 दिसंबर 2025 – इस दिन सत्र का अंतिम दिन होगा। शासकीय कार्य दोपहर 1:30 बजे तक ही होंगे, उसके बाद अशासकीय कार्यों (जैसे निजी सदस्यों के संकल्प और विधेयक) पर चर्चा की जाएगी।









