रायपुर। रायपुर के एक शातिर ने कुछ बेरोजगारों को ठग लिया। अलग-अलग विभागों में नौकरी लगाने का दावा करते हुए बदमाश ने सभी से कुल 70 लाख 10 हजार रुपए वसूलकर फरार हो गया। अब बेरोजगारों के हाथों में न तो नौकरी है। और न ही घर पर रखी जमा पूंजी। पुलिस इस शातिर की तलाश में है।
रायपुर के सिविल लाइन थाने में ठगी करने वाले भूपेश कुमार सोनवानी के नाम पर धारा 420 के तहत केस दर्ज किया गया है। भूपेश रायपुर का ही रहने वाला है। इस मामले में शिकायतकर्ता सुरेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि मेरे बेटे लोकेंद्र और अन्य पहचान वाले लोगों, गांव के रिश्तेदारें को सरकारी नौकरी के नाम पर भूपेश ने ठगा है।
मामला साल 2022 अगस्त का है। रायपुर के कलेक्टोरेट गार्डन में भूपेश शिकायतकर्ता से मिला। बताया कि यहां बड़े-बड़े अफसर उसे जानते हैं। कइ लोगों की नौकरी लगवा चुका है। मंत्रालय और स्वास्थ्य विभाग में अधिकारियों के साथ उठना बैठना होता है ऐसी सेटिंग है कि सरकारी नौकरी लगवा देगा। भरोसे में लेकर भूपेश ने डील की, बेरोजगारों को भूपेश ने खुद ही सरकारी दफ्तरों से नौकरी के फॉर्म ला कर दिए। फॉर्म में क्या क्या लिखना है, कैसे रुपए देकर चयन सूची में नाम लेकर आएगा ये सब बताया।
अब तक हुई जांच में यह बात सामने आई है कि मंत्रालय में आपदा प्रबंधक पद के लिए लोकेंद्र वर्मा, एम्स में नर्सिंग स्टाफ के लिए बलराम वर्मा, मानुष वर्मा, मेकाहारा में प्यून के लिए और लेबर निरीक्षक पद के लिए प्रदीप वर्मा दीपक वर्मा दुर्गेश वर्मा खाद्य निरीक्षक पद के लिए मारुति नंदन वर्मा लकी उर्फ लोकेश वर्मा नाम के युवकों ने भूपेश को पैसे दिए यह सभी आपस में रिश्तेदार और पड़ोस के गांव में रहने वाले लोग हैं। जब इन सभी विभागों की चयन सूची जारी हुई तो किसी की नौकरी नहीं लगी। इन लड़कों ने अलग-अलग तारीखों पर कभी कैश तो कभी अकाउंट में पैसे ट्रांसफर करते हुए भूपेश को रकम दी थी। नौकरी ना लगने की वजह से जब भूपेश से रुपए लौटाने कहा गया तो वो आनाकानी करता रहा। बाद में फरार हो गया।