रांची
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीते गुरुवार को राज्य की प्राकृतिक सुंदरता को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने के उद्देश्य से पर्यटन विभाग के ‘लोगो' (चिह्न) का अनावरण किया, साथ ही वेबसाइट और मोबाइल एप्लिकेशन की शुरुआत भी की।
पर्यटन विभाग के ‘लोगों' में सूंड उठाए एक हाथी को अतिथियों का स्वागत करते हुए दिखाया गया है। इसमें साल का पेड़, पक्षी, पहाड़ी, पलाश का फूल, देवघर शहर और एक झरने की छवि भी शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा, "झारखंड खनिज संसाधनों के लिए जाना जाता है, लेकिन यह राज्य प्राकृतिक सुंदरता से भी समृद्ध है। यदि हम इसे सही ढंग से प्रदर्शित करें तो अधिक लोग हमारे राज्य की ओर आकर्षित होंगे।" उन्होंने झारखंड पर्यटन विकास निगम (जेटीडीसी) के ‘लोगो' का भी अनावरण किया, जिसमें पारंपरिक जनजातीय कला, वाद्य यंत्र, धार्मिक विरासत, प्राकृतिक संसाधन और खनन को दर्शाया गया है। मुख्यमंत्री द्वारा शुरू की गई जेटीडीसी वेबसाइट में विभिन्न पर्यटक स्थलों की जानकारी उपलब्ध है और होटल बुकिंग की सुविधा भी दी गई है। पर्यटन क्षेत्र की संभावनाओं पर प्रकाश डालते हुए सोरेन ने कहा कि "झारखंड की प्राकृतिक सुंदरता लंबे समय तक अछूती रही है। अब इसे बेहतर तरीके से प्रस्तुत करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इन पहल से राज्य के पर्यटन क्षेत्र का विकास होगा, स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा और रोजगार के अवसर सृजित होंगे।"
मुख्यमंत्री ने झारखंड के कलाकारों को मंच देने के उद्देश्य से एक ‘कल्चरल ट्रूप मैनेजमेंट सिस्टम' (सीटीएमएस) ऐप का भी उद्घाटन किया और 'सेवरिंग झारखंड… ए कलनरी जर्नी थ्रू इंडिजिनस फ्लेवर्स' नामक व्यंजन-पुस्तक का विमोचन किया। इसके अलावा शहरी विकास विभाग में नवनियुक्त 19 पेशेवरों को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए गए। मुख्यमंत्री ने कहा, "सरकार राज्य के समग्र विकास के लिए प्रयासरत है। हम गांवों और शहरों दोनों के लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि "ग्रामीण क्षेत्रों से हो रहे पलायन के चलते शहरी इलाकों पर दबाव बढ़ रहा है इसलिए शहरों का सुव्यवस्थित विकास समय की आवश्यकता है।"