नई दिल्ली
एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन देश के नए उपराष्ट्रपति चुने गए हैं। उन्होंने इंडिया अलायंस के बी सुदर्शन रेड्डी को हराया है। सीपी राधाकृष्णन की जीत से उनकी मां समेत पूरा परिवार काफी खुश हैं। उनकी मां जानकी अम्मल ने बताया कि उन्होंने अपने बेटे का नाम भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के नाम पर रखा था। उन्होंने बताया कि जब उनके बेटे राधाकृष्णन का जन्म हुआ, तब देश के तत्कालीन राष्ट्रपति राधाकृष्णन पद पर थे और उनकी तरह एक शिक्षक भी थे। उन्होंने अपने बेटे का नाम पूर्व राष्ट्रपति की स्मृति में रखा।
'62 साल बाद सच हो गई वो बात'
न्यूज एजेंसी 'एएनआई' से बात करते हुए, नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन की मां जानकी अम्मल ने कहा, "जब मेरे बेटे का जन्म हुआ, तब तत्कालीन राष्ट्रपति राधाकृष्णन पद पर थे। वह एक शिक्षक थे, और मैं भी एक शिक्षिका थी। उनकी स्मृति में, मैंने अपने बेटे का नाम उनके नाम पर रखा। उस समय, मेरे पति ने मेरी ओर देखा और पूछा, "क्या तुम यह नाम इसलिए रख रही हो क्योंकि तुम चाहती हो कि तुम्हारा बेटा एक दिन राष्ट्रपति बने?'' 62 साल बाद, जैसा मेरे पति ने कहा था, वह सच हो गया है। मुझे इस पर बहुत खुशी है।"
सीपी राधाकृष्णन के भाई ने क्या कहा?
मंगलवार को नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन के भाई सीपी कुमारेश ने अपनी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि यह बेहद खुशी की बात है कि राधाकृष्णन अब राज्यसभा के प्रबंधन की ज़िम्मेदारी संभालेंगे। सीपी कुमारेश ने कहा, "मैं बहुत-बहुत खुश हूं। यह बेहद खुशी की बात है कि राधाकृष्णन उपराष्ट्रपति चुने गए हैं। उन्हें राज्यसभा के कुशल प्रबंधन की जिम्मेदारी लेनी है और वह इसे सफलतापूर्वक निभाएंगे। वह प्रधानमंत्री मोदी के विश्वास को भी कायम रखेंगे।" राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) समर्थित सीपी राधाकृष्णन मंगलवार को भारत के 15वें उपराष्ट्रपति चुने गए।
इंडिया गठबंधन के वोटों में भी लगाई सेंध
राधाकृष्णन ने चुनाव में निर्णायक बहुमत हासिल किया, उन्हें न केवल एनडीए सांसदों का, बल्कि विपक्ष के एक वर्ग का भी समर्थन प्राप्त हुआ। मंगलवार को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में राधाकृष्णन ने इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों से हराया। एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को प्रथम वरीयता के 452 वोट मिले, जबकि इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी को प्रथम वरीयता के 300 वोट मिले। 15 वोट अवैध घोषित किए गए।